नेशनल हॉकी प्लेयर सलीमा टेटे के टोक्यो ओलंपिक में चयनित होने से गौरवान्वित हुआ सिमडेगा, पिता के गुर आये काम
Jharkhand News (सिमडेगा) : गुरुवार को झारखंड के लिए अच्छी खबर आयी. झारखंड की दो बेटी सिमडेगा की सलीमा टेटे और खूंटी की निक्की प्रधान का चयन टोक्यो ओलंपिक के लिए भारतीय महिला हॉकी टीम में हुआ है. सिमडेगा की सलीमा टेटे के चयन को लेकर उसके गांव बड़की छापर में खुशी का माहौल है.
Jharkhand News (रविकांत साहू, सिमडेगा) : गुरुवार को झारखंड के लिए अच्छी खबर आयी. झारखंड की दो बेटी सिमडेगा की सलीमा टेटे और खूंटी की निक्की प्रधान का चयन टोक्यो ओलंपिक के लिए भारतीय महिला हॉकी टीम में हुआ है. सिमडेगा की सलीमा टेटे के चयन को लेकर उसके गांव बड़की छापर में खुशी का माहौल है.
सिमडेगा जिला के सदर प्रखंड अंतर्गत एक छोटे से गांव बड़की छापर की रहने वाली है सलीमा टेटे. पिता सुलक्षण टेटे और माता सुभानी टेटे दोनों ही कृषक हैं. उसके पिता भी अच्छे हॉकी खिलाड़ी हैं. सर्वप्रथम उनके पिता गांव की टीम से सलीमा को जिला के लठ्ठा खम्हन हॉकी प्रतियोगिता में 2011 से ही लगातार खेलने ले जाते थे. सलीमा का उम्दा खेल देखकर लोगों ने कहा था कि यह लड़की एक दिन हॉकी में कमाल करेगी और आज उसने यह कर दिखाया.
खेल के दौरान गांव स्तर पर भी वह पुरस्कार जीतती रही है. इस बीच उसने कई राष्ट्रीय प्रतियोगिता में झारखंड टीम तथा अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारतीय टीम से खेलते रही है. सलीमा टेटे के पिता सुलक्षण टेटे आज खुशी से फुले नहीं समा रहे हैं. सुलक्षण कहते हैं कि बचपन से ही सलीमा को अपनी उंगली पकड़ हॉकी के गुर सिखाये और आज वह गुर काम आ गया.
सलीमा के पिता सुलक्षण टेटे सलीमा की उंगली पकड़कर गांव के उबड़-खाबड़ खेतों में हॉकी खेलने के लिए बचपन से ही प्रेरित करते रहे. सलीमा भी अपने पिता के नक्शे कदम पर चल कर उनके मार्गदर्शन में लगातार हॉकी को लेकर मेहनत से खेलते रही.
पिता सुलक्षण टेटे का कहना है कि सलीमा टेटे बचपन से ही हॉकी खेल में अपने गांव में अव्वल रही. गांव स्तर पर हर तरह के हॉकी प्रतियोगिता में उसने भाग लिया और बेहतरीन खेल का प्रदर्शन कर हर टूर्नामेंट में गांव स्तर टूर्नामेंट में वाहवाही लूटी.
सुलक्षण का कहना है कि बेटी को ओलंपिक में चयन कर लिये जाने से वह काफी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. आज उनकी मेहनत परवान चढ़ती नजर आ रही हैं. उनकी बेटी ने अपने माता-पिता ही नहीं बल्कि अपने जिला तथा राज्य का भी नाम रोशन किया है.
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सलीमा टेटे का हॉकी का सफर
सलीमा टेटे लट्ठा खम्हन में नवंबर 2013 में हॉकी खेली. इसके बाद आवासीय हॉकी सेंटर सिमडेगा के लिए चुनी गई. उसी वर्ष दिसंबर के अंतिम सप्ताह में ही रांची में आयोजित CGFI राष्ट्रीय विद्यालय हॉकी प्रतियोगिता के लिए झारखंड टीम के लिए चुनी गयी. हॉकी सेंटर में हॉकी कोच प्रतिमा बरवा ने उसे ट्रेनिंग दी. 2014 में हॉकी इंडिया द्वारा पुणे में आयोजित राष्ट्रीय सब जूनियर महिला प्रतियोगिता में पहली बार झारखंड टीम से चुनी गयी थी. टीम में रजत पदक प्राप्त की थी.
2016 में पहली बार जूनियर भारतीय महिला हॉकी टीम में चुनी गयी और उसी वर्ष अंडर 18 एशिया कप के लिए जूनियर भारतीय महिला टीम की उपकप्तान बनायी गयी थी. जिसमें टीम कांस्य पदक प्राप्त किया था. 2016 नवंबर में ही एक प्रतियोगिता के लिए सलीमा का चयन सीनियर महिला टीम के लिए हुआ था और वह आस्ट्रेलिया दौरे पर गयी थी. 2019 यूथ ओलंपिक में उसे जूनियर भारतीय महिला हॉकी टीम का कप्तान बनाया गया. टीम रजत पदक प्राप्त की. 2019 में उसका चयन सीनियर भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए स्थाई तौर पर हुआ जो अब ओलंपिक के लिए चुनी गयी.
Posted By : Samir Ranjan.