सिमडेगा के प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थल रामरेखा धाम में 25 नवंबर से प्रसिद्ध कार्तिक पूर्णिमा मेला का आयोजन किया जायेगा. इसमें झारखंड समेत बिहार, ओड़िशा व छतीसगढ़ से हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं. चार दिवसीय कार्यक्रम के तहत 25 नवंबर को शाम छह बजे से सत्संग प्रवचन, रात नौ बजे से धार्मिक चलचित्र प्रदर्शन, 26 नवंबर को शाम छह बजे से बाहर से आये संत महात्माओं का प्रवचन व सत्संग, रात आठ बजे से अधिवास पूजन व नौ बजे से धार्मिक चलचित्र का प्रदर्शन, 27 नवंबर को सुबह आठ बजे से हरिकीर्तन, शाम छह बजे से संत महात्माओं का प्रवचन, धार्मिक चलचित्र का प्रदर्शन व नागपुरी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. वहीं 28 नवंबर को सुबह आठ बजे से हवन पूजन व हरिकीर्तन समाप्ति, दोपहर 12 बजे से भंडारा का आयोजन किया जायेगा. रामरेखा धाम के आसपास के क्षेत्रों में एलआरपी चलाया जा रहा है. साथ ही मेला के दौरान झारखंड पुलिस के साथ-साथ, जेजे व जैप जवानों की तैनाती की गयी है. पुलिस प्रशासन पूरी तरह चौकसी बरतते हुए मेला आयोजन को शांतिपूर्ण कराने की कवायद में जुट गयी है.
आस्था का केंद्र है रामरेखा धाम
मेले में इस क्षेत्र के लोगों की असीम आस्था है. झारखंड समेत बिहार, ओड़िशा व छतीसगढ़ से भी लोग बड़ी संख्या में रामरेखा धाम पहुंच कर मत्था टेकते हैं. साथ ही श्रद्धालु यहां के पवित्र कुंडों का जल से स्नान कर अपने पापों को दूर कर धन्य मानते हैं. मान्यता है कि इस क्षेत्र में भगवान राम ने त्रेतायुग में वनगमन के समय यहां के गुफाओं में चार मास बिताये थे. जिसके साक्ष्य अभी भी रामरेखा धाम में मिलते हैं. घने जंगल व प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण वनक्षेत्र में स्थित रामरेखा धाम क्षेत्र के लोगों की आस्था का केंद्र है.
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