भारत माला परियोजना का विरोध, सिमडेगा के विधायक बोले- आदिवासियों की जमीन छीनने का षडयंत्र रच रही केंद्र सरकार
विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी ने कहा कि विकास के कार्य निश्चित रूप से होने चाहिए, किंतु जनहित को ध्यान में रखते हुए कार्य होना चाहिए. वैसा विकास सही नहीं है, जो आम लोगों को आर्थिक नुकसान पहुंचाये. उन्होंने कहा कि पूर्व में बनी एनएच सड़क को विस्तार करते हुए सिक्स लेन सड़क का निर्माण किया जाना चाहिए.
सिमडेगा में नगर परिषद कार्यालय के निकट भारत माला परियोजना के तहत सिक्स लेन सड़क निर्माण के विरोध में कोलेबिरा, जलडेगा व बांसजोर के लोगों ने धरना-प्रदर्शन किया. कार्यक्रम में विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी मुख्य रूप से उपस्थित थे. धरना के दौरान ग्रामीणों ने भारत माला परियोजना का विरोध किया. मौके पर विधायक ने कहा कि केंद्र सरकार आदिवासियों की जमीन को छीनने का षड्यंत्र रच रही है.
जनहित को ध्यान में रखकर होना चाहिए विकास : नमन विक्सल कोंगाड़ीविधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी ने कहा कि विकास के कार्य निश्चित रूप से होने चाहिए, किंतु जनहित को ध्यान में रखते हुए कार्य होना चाहिए. वैसा विकास सही नहीं है, जो आम लोगों को आर्थिक नुकसान पहुंचाये. उन्होंने कहा कि पूर्व में बनी एनएच सड़क को विस्तार करते हुए सिक्स लेन सड़क का निर्माण किया जाना चाहिए. इसमें कम जमीन अधिग्रहित करनी पड़ेगी, वनों की कटाई कम होगी व कृषि योग्य भूमि का नुकसान नहीं होगा.
कोंगाड़ी ने कहा कि अगर उक्त प्रायोजित सड़क का निर्माण अलग स्थान पर किया जाता है, तो नयी जमीन का अधिग्रहण वृहत रूप में करना होगा, जिससे कृषि योग्य भूमि का अधिकाधिक नुकसान होगा व वन की कटाई भी अधिक होगी. समाजसेवी प्यारा मुंडू ने कहा कि भारत माला परियोजना के तहत बनने वाली सिक्स लेन सड़क निर्माण से किसानों का नुकसान होगा.
आजीविका व पर्यावरण को होगा नुकसानउन्होंने कहा कि एनएच व एसएच सड़क के निर्माण में पूर्व से ही किसानों की कृषि योग्य जमीन का नुकसान हो चुका है. सरकार द्वारा नयी जगह पर सिक्स लेन सड़क बनाने से दोबारा किसानों की कृषि योग्य जमीन व जंगल का बहुत बड़ा हिस्सा उजड़ जायेगा. इससे आजीविका व पर्यावरण को भी क्षति पहुंचेगी. धरना के बाद राष्ट्रपति के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया. मौके पर पावल लुगून, प्रकाश बागे, रावेल लकड़ा, लिबनुस टेटे, विश्राम बागे, रोशन बरवा, प्रफुल किंडो, लुइस कुजूर व अन्य उपस्थित थे.