सिमडेगा : प्रशासन द्वारा बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया. अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान गुलजार गली तालाब के सामने स्थित 12 परिवार के द्वारा बनायी गयी झोपड़ी को पूरी तरह से तोड़ कर जमींदोज कर दिया गया. अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान प्रशासन को लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ा. भारी संख्या में पुलिस बल और प्रशासनिक पदाधिकारी अतिक्रमण हटाओ अभियान में शामिल थे. तालाब के पास लगभग 12 परिवार कई दशक से झोपड़ी बना कर रह रहे थे.
जिसे आज जेसीबी लगाकर पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया. अतिक्रमण हटाओ अभियान में यहां पर हजारों रुपये का नुकसान लोगों को उठाना पड़ा. वहीं 12 परिवार बेघर हो गये. इसके बाद अतिक्रमण हटाओ अभियान मार्केट कॉम्प्लेक्स की झोपड़पट्टी में चलाया गया. झोपड़पट्टी में काफी संख्या में रह रहे लोगों की झोपड़ियां जेसीबी मशीन लगाकर तोड़ दी गयी.
यहां पर लगभग 20 परिवार द्वारा झोपड़ी बना कर अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए व्यवसाय किया जा रहा था. झोपड़ियों को तोड़ने के क्रम में पुलिस प्रशासनिक पदाधिकारियों को भारी विरोध का सामना करना पड़ा. अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान दो महिलाएं लालमुनी व मीनू बेहोश हो गयी. बेहोश महिलाओं को लेकर अतिक्रमण हटाओ अभियान के विरोध में झोपड़पट्टी की सभी महिलाएं महावीर चौक मेन रोड एनएच 143 पर पहुंची. महावीर चौक में लगभग एक घंटा एनएच 143 को जाम कर दिया गया.
अतिक्रमण हटाओ अभियान से आक्रोशित लोगों ने पत्थरबाजी भी की. जाम स्थल पर बीडीओ विवेक कुमार, सीओ प्रताप मिंज, थाना प्रभारी दयानंद कुमार, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी देव कुमार राम, सीटी मैनेजर सशस्त्र बलों के साथ पहुंचे. काफी संख्या में महिला पुलिस बल को भी तैनात किया गया था.
पुलिस प्रशासनिक पदाधिकारियों के बहुत समझाने के बाद अतिक्रमण हटाओ अभियान के खिलाफ में प्रदर्शन कर रहे लोग सड़क से हटने को तैयार हुए. शाम सवा चार बजे के करीब रोड जाम पर लोग बैठे थे. लोगों का कहना था कि इस भरी बरसात में उन लोगों को क्यों हटाया गया. उन्हें क्यों नहीं समय दिया गया. जबकि प्रशासन द्वारा लगातार अतिक्रमण हटाओ अभियान के बाबत माइक से अनाउंस किया जा रहा था.
इधर अतिक्रमण हटाओ अभियान से प्रभावित लोगों को आवास मुहैया कराने के दृष्टि से कॉलेज पहाड़ के पीछे बने एक भवन में अस्थाई तौर पर प्रभावित लोगों के रहने की व्यवस्था की गयी है. वहीं प्रशासनिक पदाधिकारियों के द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान से प्रभावित लोगों को व्यवसाय मुहैया कराने के लिए भी बातचीत की जा रही है.
अतिक्रमण से प्रभावित लोगों को रोजी रोटी की जुगाड़ के लिये नगर परिषद के द्वारा आनंद भवन के पीछे अस्थायी तौर पर रोजगार करने के लिये स्थल दिया जायेगा. जो इच्छुक व्यक्ति है वे नगर परिषद में आवेदन दें.