अपनी मां के साथ चना बेचने वाली सिमडेगा की पालनी के बहुरेंगे दिन, बढ़े मदद के हाथ, अडानी ग्रुप के अधिकारी ने घर आकर की आर्थिक मदद
Jharkhand News, (सिमडेगा), रविकांत साहू : अडानी ग्रुप के चेयरमैन ने अपने वादे के अनुसार सिमडेगा की पालनी को ढाई हजार रुपये का चेक भेजा. गोड्डा स्थित अडानी कंपनी के संतोष सिंह ने सिमडेगा आकर पालनी को ढाई हजार रुपये का चेक सौंपा. सिमडेगा की 12 वर्षीया पालनी कुमारी अपनी मां के साथ चना और सब्जी बेचकर घर चलाती है. इसके साथ ही पढ़ाई भी करती है. आपको बता दें कि पालनी कुमारी के पिता का निधन बचपन में ही हो चुका था. इसके बाद गरीबी की मार झेल रही मां बिटिया पालनी की परवरिश कर रही है. पिछले दिनों अपनी मां के साथ चना बेच रही पालनी की सुध अडानी ग्रुप के चैयरमैन ने ली थी और मदद का भरोसा दिया था.
Jharkhand News, (सिमडेगा), रविकांत साहू : अडानी ग्रुप के चेयरमैन ने अपने वादे के अनुसार सिमडेगा की पालनी को ढाई हजार रुपये का चेक भेजा. गोड्डा स्थित अडानी कंपनी के संतोष सिंह ने सिमडेगा आकर पालनी को ढाई हजार रुपये का चेक सौंपा. सिमडेगा की 12 वर्षीया पालनी कुमारी अपनी मां के साथ चना और सब्जी बेचकर घर चलाती है. इसके साथ ही पढ़ाई भी करती है. आपको बता दें कि पालनी कुमारी के पिता का निधन बचपन में ही हो चुका था. इसके बाद गरीबी की मार झेल रही मां बिटिया पालनी की परवरिश कर रही है. पिछले दिनों अपनी मां के साथ चना बेच रही पालनी की सुध अडानी ग्रुप के चैयरमैन ने ली थी और मदद का भरोसा दिया था.
सिमडेगा की पालनी कुमारी सुबह में स्कूल जाने से पहले सब्जी बेचती है. इसके बाद वह स्कूल चली जाती है. पालनी उर्सुलाइन में पढ़ती है. पालनी स्कूल से आने के बाद भी सब्जी और बुटझंगरी बेचती है. वह छोटे से मकान में भाड़े में रहती है. स्थानीय जिला प्रशासन की ओर से पालनी को कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में पढ़ने का प्रस्ताव दिया गया है. प्रधानमंत्री आवास योजना भी पालनी की मां के नाम से आवंटित करने का आदेश दिया गया है.
इधर, वादे के अनुसार अडानी ग्रुप के गोड्डा स्थित प्लांट के अधिकारी संतोष सिंह सिमडेगा पहुंचे. सिमडेगा में पालनी के छोटे से मकान में जाकर उससे बातचीत की. पालनी के चेहरे पर मदद मिलने से मुस्कान साफ दिखाई दे रही थी. वहीं, मां भी बहुत खुश नजर आ रही थी. अडानी ग्रुप के अधिकारी संतोष सिंह ने बताया कि अडानी ग्रुप के चेयरमैन के द्वारा यह ढाई हजार रुपये का चेक इनके लिए भेजा गया है. अब हर महीना ढाई हजार रूपये पालनी के खाते में भेजा जायेगा.
संतोष सिंह ने वीडियो कॉलिंग के माध्यम से अडानी ग्रुप के चेयरमैन से पालनी और उनकी मां से बात करायी. इस दौरान अडानी ग्रुप के चेयरमैन ने मदद का भरोसा दिलाया. अडानी ग्रुप के चेयरमैन से वीडियो कॉलिंग के माध्यम से बातें कर मां-बेटी बहुत खुश नजर आ रही थीं. अब पालनी के दिन बहुरने लगे हैं. पालनी अन्य लड़कियों की तरह पढ़-लिख कर नर्स बनना चाहती है और लोगों की सेवा करना चाहती है.
Posted By : Guru Swarup Mishra