चोरी के जेवरात हड़पने के मामले में डीजीपी ने दिया सिमडेगा एसपी पर कार्रवाई करने का आदेश
चोरी की जावरात हड़पने के मामले में झारखंड डीजीपी ने सिमडेगा एसपी डॉ शम्स तबरेज पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. इसके लिए पहले सीआइडी एडीजी से पहले रिपोर्ट मांगी गयी थी. जांच में पाया गया कि केस में सिमडेगा एसपी की भूमिका संदिग्ध है
सिमडेगा : डीजीपी नीरज सिन्हा ने सीआइडी एडीजी प्रशांत सिंह की रिपोर्ट पर गुरुवार को सिमडेगा एसपी डॉ शम्स तबरेज पर कार्रवाई का निर्देश दिया है. सिमडेगा एसपी और बांसजोर ओपी के तत्कालीन ओपी प्रभारी आशीष के बीच बातचीत से संबंधित ऑडियो वायरल होने के बाद डीजीपी ने मामले में सीआइडी एडीजी से रिपोर्ट मांगी थी. इसके बाद ऑडियो और केस से जुड़े अन्य बिंदुओं पर समीक्षा कर सीआइडी एडीजी ने रिपोर्ट तैयार कर बुधवार को डीजीपी के पास भेजी थी.
जांच में सीआइडी एडीजी ने पूरे मामले में पाया था कि पूरे प्रकरण में सिमडेगा एसपी का आचरण और उनकी भूमिका संदिग्ध है. क्योंकि वह जिस तरह से केस में कार्रवाई के लिए निर्देश दे रहे हैं, वह गलत है. रायपुर से जेवरात की चोरी करनेवालों के सिमडेगा के बांसजोर ओपी क्षेत्र से पकड़े जाने और उनके पास से बरामद जेवरात को गायब करने में फंसे पुलिसकर्मियों के मामले की जांच सीआइडी कर रही है. इस केस में पूर्व में जांच कर रांची रेंज के तत्कालीन आइजी पंकज ने रिपोर्ट तैयार की थी.
जिसमें उन्होंने पूरी घटना में पुलिस के स्तर से हुई लापरवाही को उजागर किया था. इसके बाद पुलिस मुख्यालय के स्तर से सिमडेगा एसपी को शोकॉज किया गया था. लेकिन पूरे प्रकरण में बांसजोर ओपी प्रभारी आशीष कुमार के जेल जाने के बाद कुछ दिन पूर्व उसके भाई, जो बिहार पुलिस में सबइंस्पेक्टर के पद पर हैं, द्वारा आशीष कुमार और सिमडेगा एसपी के बीच की ऑडियो रिकॉर्डिंग सीआइडी को सौंपी थी. जिसके बाद यह सवाल उठने लगा था कि एसपी के स्तर से कैसे केस में कार्रवाई को लेकर गलत निर्देश दिया जा रहा है. इस पूरे मामले को डीजीपी ने गंभीरता से लिया था.
Posted By : Sameer Oraon