आदिवासी समाज की संस्कृति व परंपरा अद्भुत : विधायक
बासेन पंचायत के सरइटली में भुंभू करम पूजा का आयोजन
सिमडेगा.
केरसई प्रखंड की बासेन पंचायत के सरइटली में भुंभू करम पूजा का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि के रूप में विधायक भूषण बाड़ा व विशिष्ट अतिथि के रूप में जिप सदस्य जोसिमा खाखा उपस्थित थी. मौके पर ग्रामीणों ने पारंपरिक तरीके से भुंभू करम पूजा कर फसलों को रोग से बचाने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की. विधायक ने कहा कि आदिवासी समाज की संस्कृति व परंपरा अद्भुत है. हम पेड़-पौधों, पशु- पक्षियों व फसलों को पूजते हैं. इससे हमारा जीवन जुड़ा हुआ है. आज आधुनिकता के चकाचौंध में हम अपनी परंपरा व संस्कृति को भूल रहे हैं, जिसे बचाने की जरूरत है. हर आदिवासी समाज के घरों में पारंपरिक वाद्य यंत्र रखा जाना चाहिए, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी उस यंत्र को देख और जान सके. विधायक ने कहा कि ग्रामीण एकजुट रहें. आज भी अंधविश्वास व नशापान जैसी कई बुराइयां हमारे गांव व समाज के विकास में बाधा बने है. इसे हम सबको मिल कर जड़ से मिटाना है, ताकि हमारा समाज व हमारा गांव तरक्की के पथ पर आगे बढ़ सके. कहा कि राज्य सरकार हमारी परंपरा व संस्कृति को बचाने के लिए कृत संकल्पित है. कार्यक्रम में उप प्रमुख सिलबेस्टर बघवार, प्रो शीतल एक्का, शकील अहमद, अख्तर खान, इम्तियाज अहमद, अजय दान कुजूर, लीला नाग आदि उपस्थित थे. परंपरा व संस्कृति को बचाने की जरूरत : जिप सदस्यजिप सदस्य जोसिमा खाखा ने परंपरा व संस्कृति को बचाने पर जोर देते हुए कहा कि परंपरा व संस्कृति बचाने के लिए सभी को आगे आने की जरूरत है. सभी को एक मंच में आकर इसके लिए पहल करनी होगी. उन्होंने कहा कि विधायक भूषण बाड़ा हमारी परंपरा व संस्कृति को बचाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने शिक्षा पर विशेष जोर देते हुए बच्चों को पढ़ाने की अपील की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है