Tokyo Olympics 2020: भारतीय पुरुष हॉकी टीम के जीत पर हॉकी की नर्सरी सिमडेगा में जश्न, खिलाड़ियों का बढ़ा मनोबल
टोक्यो ओलंपिक में गुरुवार को भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने जर्मनी को हरा कर ब्रांज मेडल पर कब्जा किया. इस जीत का जश्न झारखंड के सिमडेगा में भी दिखा. हॉकी की नर्सरी कहे जाने वाले सिमडेगा में ढोल-नगाड़ों की धुन पर जमकर लोग थिरके.
Tokyo Olympics 2020, Jharkhand News (रविकांत साहू, सिमडेगा) : टोक्यो में चल रहे ओलंपिक गेम्स 2020 के पुरुष हॉकी प्रतियोगिता में भारतीय पुरुष टीम ने तीसरे एवं चौथे स्थान के लिए खेले गये मैच में जर्मनी को 5-4 से पराजित कर दशकों बाद ब्रांज मेडल प्राप्त कर इतिहास बना डाला. वर्ष 1980 के बाद भारतीय हॉकी टीम का ओलंपिक में यह पहला पदक है. मैच के खत्म होते ही हॉकी की नर्सरी सिमडेगा में हॉकी सिमडेगा के कार्यालय में उनके पदाधिकारी एवं खिलाड़ी ढोल-नगाड़े के साथ पहुंचे और नाचते, गाते व थिरकते एक-दूसरे को जीत की बधाई देने लगे.
हाथों में तिरंगा, हॉकी स्टिक, बड़ी-बड़ी ट्रॉफिया लेकर सड़कों पर हॉकी पर बनायी गयी गीत बजाते हुए घंटों तक नाचते हुए जश्न मनाया. साथ ही खुशी से झूम रहे हॉकी सिमडेगा के पदाधिकारियों ने खूब मिठाइयां बांटी. इस मौके पर हॉकी सिमडेगा के अध्यक्ष मनोज कोनबेगी, कमलेश्वर मांझी, हॉकी कोच प्रतिमा बरवा, राजू मांझी, दीपक मांझी, भारतीय महिला हॉकी टीम की ओर से ओलंपिक खेल रही सलीमा टेटे की पिता सुलेक्शन टेटे सहित कई छोटे-बड़े हॉकी खिलाड़ी उपस्थित थे.
इस कार्यक्रम में उपस्थित हॉकी सिमडेगा के अध्यक्ष मनोज कोनबेगी ने कहा कि भारतीय हॉकी के लिए यह बहुत बड़ी जीत है. पूरी भारतीय टीम के साथ समस्त देशवासियों को बधाई. यह जीत कई दशकों के बाद मिली है. वर्ष 1972 के बाद हॉकी खेल का आयोजन एस्ट्रोटर्फ में होने लगा. उसके बाद भारतीय हॉकी टीम में गिरावट आने लगी.
वर्ष 1980 में भारत की टीम स्वर्ण पदक जीता था, लेकिन उस समय की परिस्थिति कुछ अलग थी. लेकिन, उसके बाद ओलंपिक में भारत पिछड़ते चला गया. कई मौके आये, पर भारतीय टीम ओलंपिक के लिए क्वालीफाई भी नहीं कर पाये. लेकिन, टोक्यो ओलंपिक में भारत ने जबरदस्त प्रदर्शन किया और अंतिम चार में जगह बनाते हुए आज तीसरे स्थान के लिए खेले गये मैच में जर्मनी को पराजित कर बहुत बड़ी जीत हासिल की है.
जर्मनी की टीम एक समय मैच में 3-1 से बढ़त बनायी हुई थी. उसे बराबरी करने के बाद भारतीय टीम ने और 2 गोल करते हुए मैच 5-4 से जीत कर दिखा दिया कि हम किसी से कम नहीं हैं. आज की जीत भारतीय हॉकी के लिए ऑक्सीजन का काम करेगी. इससे देश के सभी गांवों में हॉकी का जुनून पैदा करेगी और आने वाले ओलंपिक में भारतीय टीम और अधिक प्रभावशाली नजर आयेगी.
श्री कोनबेगी ने कहा कि इस जीत के लिए विशेष रूप से हॉकी इंडिया के पूर्व अध्यक्ष डॉ नरेंद्र ध्रुवतारा को भी धन्यवाद देना चाहूंगा जिनके अथक प्रयास से आज भारतीय हॉकी का विश्व पटल पर वापसी हुई है. साथ ही ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को भी धन्यवाद देना चाहूंगा जिन्होंने हॉकी को आर्थिक रूप से सहयोग किया. इस कार्यक्रम में उपस्थित हॉकी खिलाड़ियों ने कहा कि हमलोगों ने मैच देखा बहुत अच्छा लगा आने वाले दिन में हमलोग बहुत मेहनत करेंगे और हमलोग भी ओलंपिक खेल कर देश के लिए सोना जीतेंगे.
Posted By : Samir Ranjan.