हाथियों से परेशान ग्रामीणों ने जाम किया एनएच 143
वन विभाग के आश्वासन के बाद हटाया जाम
ठेठईटांगर.
हाथियों के उत्पात से निजात दिलाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने जामपानी के निकट एनएच 143 जाम कर दिया. लगभग दो घंटे सड़क जाम रहा. अनुमंडल पदाधिकारी व रेंजर के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम हटाया. जाम स्थल पर विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थी भी जमे रहे, जो चर्चा का विषय बना रहा. बता दें कि पिछले कई महीनों से ठेठईटांगर प्रखंड की जोराम पंचायत क्षेत्र के जामपानी गांव में हाथियों द्वारा लगातार घरों को क्षतिग्रस्त किया जा रहा है. साथ ही घर में रखे अनाज भी हाथी खा जा रहे हैं. हाथियों के उत्पात से ग्रामीण दहशत में हैं. वन विभाग के पदाधिकारी से हाथियों को क्षेत्र से भगाने की मांग कर रहे थे. लेकिन हाथी को विभाग द्वारा नहीं भगाया जा रहा था. रविवार की रात में जामपानी के अकवान टोली व कटहल टोली में हाथियों ने कई घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया. साथ ही घर में रखे अनाज खा गये. खेत में रखे धान भी खा गये. सोमवार को सुबह 10 बजे ग्रामीणों ने जामपानी आकवान टोली के पास सड़क जाम कर दिया. जाम स्थल पर जामपानी विद्यालय के विद्यार्थी जमे रहे. विद्यार्थियों व अभिभावकों का कहना था कि बच्चों को विद्यालय आने जाने में हाथियों से भय बना रहता है और विभाग हाथियों को भगाने का काम नहीं कर रहा है. सड़क जाम की सूचना मिलने पर अंचलाधिकारी कमलेश उंराव, थाना प्रभारी मुरताज अंसारी पुलिस बल के साथ पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया. ग्रामीण वन विभाग के पदाधिकारी व जिला के पदाधिकारी को जाम स्थल पर बुलाने की मांग कर रहे थे. इसके बाद जाम स्थल पर रेंजर शंभु शरण चौधरी, अनुमंडल पदाधिकारी अनुराग लकड़ा व झामुमो जिला सचिव शफीक खान पहुंचे. उनके द्वारा ग्रामीणों को समझाया गया. ग्रामीणों ने हाथियों को दो दिन के अंदर भगाने की मांग की है. दो दिन के अंदर हाथियों को नहीं भगाये जाने पर तीसरे दिन फिर सड़क जाम करने की बात कही. पदाधिकारियों के आश्वासन के बाद लगभग 12 बजे जाम हटाया गया. जाम के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. जाम से आने जाने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.जलडेगा में हाथियों का उत्पात जारी, ग्रामीण परेशान
जलडेगा
. प्रखंड के ओड़गा, परबा, कुटुंगिया, टाटी आदि पंचायत के कई क्षेत्रों में हाथियों का उत्पात पिछले एक सप्ताह से जारी है. हाथियों द्वारा खलियान में रखे अनाज व खेतों में लगी फसल को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. वर्तमान में ग्राम कुटुंगिया, डुरिंगटोली के समीप के जंगल में हाथी डेरा जमाये हुए हैं. ग्रामीणों में हेरमन जोजो, फिलान हेमरोम, आनंद हेमरोम, राजू प्रधान, कृष्णा प्रधान, करण प्रधान समेत कई लोगों का कहना है कि हाथी के उत्पात से ग्रामीण रतजगा करने को मजबूर हैं. दिन में भी ग्रामीणों के बीच भय का माहौल बना रहता है. क्योंकि गांव के कुछ दूर में ही हाथी डेरा डाले हैं. ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों की संख्या 22 से 23 के करीब है, जिसमें बच्चे हाथी भी शामिल हैं. ग्रामीण लगातार हाथियों खदेड़ने का प्रयास कर रहे हैं, किंतु ग्रामीण सफल नहीं हो पा रहे हैं. सोमवार ग्रामीणों ने हाथियों को खदेड़ने का प्रयास किया. किंतु हाथियों के अधिक संख्या होने से जंगली देड़ने में ग्रामीण असफल रहे. कुटुंगिया पंचायत की मुखिया जानकी देवी ने कहा कि वन विभाग को सूचना दिये जाने के बावजूद अभी तक किसी तरह पहल नहीं की जा रही है और न ही कोई मदद कर रहे हैं.वन प्रमंडल पदाधिकारी को सौंपा ज्ञापन
सिमडेगा.
कोलेबिरा विधायक नमन विकसल कोंगाड़ी के निर्देश पर विस क्षेत्र में हाथियों द्वारा की जा रही क्षति को लेकर विधायक प्रतिनिधि मोहम्मद शमी आलम के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल उपयुक्त एवं वन प्रमंडल पदाधिकारी से मिलकर मांग पत्र सौंपा. प्रतिनिधि मंडल में जिला विधायक प्रतिनिधि रावेल लकड़ा, जिला सचिव सह प्रखंड प्रमुख विपिन पंकज मिंज, उपाध्यक्ष फ्रांसिस बिलुंग, घुटबहार पंचायत अध्यक्ष सुनील जोजो, प्रिंस कुमार आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है