बीते तीन दिनों से जलापूर्ति ठप, लोग परेशान
नगर परिषद क्षेत्र में रहने वाले लोग कुआं का पानी पीने को विवश
सिमडेगा.
नगर परिषद क्षेत्र में पिछले तीन दिनों से जलापूर्ति पूरी तरह ठप है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. नगर परिषद द्वारा शहरी क्षेत्र में पेयजलापूर्ति की जाती है. जलापूर्ति शुद्धिकरण के लिए एलम की जरूरत होती है, पर एलम समाप्त हो जाने के बाद भी एलम की खरीदारी करने की पहल नहीं की गयी है, जिससे शहरी क्षेत्र के सभी वार्डों में जलापूर्ति ठप है. बरसात में केलाघाघ डैम में पानी पूरी तरह से गंदा हो चुका है. ऐसे में जल शुद्धिकरण के लिए एलम की जरूरत होती है. बिना एलम के जल शुद्ध नहीं हो सकता है. जलापूर्ति ठप रहने से नगर परिषद क्षेत्र में रहने वाले लोग कुआं का गंदा बरसाती पानी पीने को विवश हैं. कई लोगों ने कहा कि नगर परिषद क्षेत्र में अगर प्रशासन जलापूर्ति नहीं करा पाती है, तो ग्रामीण इलाकों में क्या स्थिति होगी. इधर नगर परिषद में कार्यरत संविदा कर्मियों की हड़ताल पर चले जाने के कारण भी जलापूर्ति में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. नगर परिषद में कार्यरत सभी संविदा कर्मी अपनी छह सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये है. हड़ताल पर चले जाने से ऑफिशियल काम बाधित हो गया है.गुरुवार से होगी जलापूर्ति : प्रशासक
नगर परिषद के प्रशासक समीर बोदरा ने कहा कि संविदा कर्मियों के हड़ताल चले जाने से काम बाधित हो गया था. एलम की खरीदारी हो गयी है. गुरुवार से जलापूर्ति शुरू हो जायेगी. समीर बोदरा ने कहा कि संविदा कर्मियों का हड़ताल समाप्त हो चुकी है. अब विभागीय स्तर पर कार्य त्वरित गति से संपादित किया जायेगा. नप प्रशासक समीर बोदरा के आश्वासन पर कर्मियों ने बुधवार को हड़ताल समाप्त की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है