मंगलवार को राजधानी में बारिश, हवा और थंडरिंग के कारण कई ग्रिड से बिजली की आपूर्ति नहीं हो सकी. कई जगहों पर एचटी लाइन पर पेड़ गिरने की वजह से आपूर्ति बाधित रही़ थंडरिंग इतनी तेज थी कि शाम छह बजे थोड़ी देर के लिए नामकुम ग्रिड, हटिया और कांके ग्रिड से शहर की सप्लाई लगभग शून्य हो गयी. नामकुम ग्रिड में चार में से दो 50 एमवीए के ट्रांसफार्मर एक साथ ट्रिप कर गये. हटिया ग्रिड का पचास एमवीए का एक ट्रांसफार्मर बंद हो गया.
ऐसा ही कुछ हाल कांके ग्रिड का भी रहा. यहां सभी 33 केवी लाइन कुछ देर के लिए बंद हो गयी. वहीं, इनमें से कई पीएसएस ऐसे भी थे जिन्होंने किसी बड़ी आशंका को देखते हुए ग्रिड से लोड को स्वत: कम कर लिया. खबर लिखे जाने तक सभी क्षेत्र में पेट्राेलिंग कर फॉल्ट का पता लगाया जा रहा था. सामान्य परिस्थिति में कांके ग्रिड की पावर सप्लाई क्षमता 60, हटिया से 110 मेगावाट और नामकुम से 90 मेगावाट डिमांड रहती है.
आलम यह था कि राजधानी में एक तिहाई फीडर से सप्लाई पूरी तरह से ठप हो गयी थी. रात नौ बजे तक हटिया ग्रिड से जुड़े 33 केवी हरमू, विधानसभा और कांके पावर सबस्टेशन से बिजली सप्लाई ठप रही. नामकुम ग्रिड से खेलगांव, विकास और कोकर रूलर 33 केवी लाइन बाधित रही. कांके ग्रिड का भी यही हाल रहा. यहां से भी मोरहाबादी, राजभवन, सिरडो वन और टू, बूढ़मू में परेशानी रही. हालांकि अंत में कांके फीडर में पेट्रोलिंग कर इसे ठीक करने का प्रयास जारी था.
कोकर, सरना टोली, अयोध्यापुरी, डेलाटोली, रानी बागान, महावीर नगर, धुर्वा, मोरहाबादी, चडरी, न्यू कॉलोनी, हैदर अली रोड, लालपुर, इस्ट जेल रोड, चुटिया, हरमू, किशोरगंज, रातू रोड, कृष्णापुरी, पत्थलकुदवा, टाटीसिलवे, पुंदाग, कांके, न्यू नगर, दीपाटोली, खेलगांव, विकास, नेवरी, ओरमांझी, में काफी देर तक बिजली आपूर्ति बाधित थी.