डायरिया से मरने वाली गर्भवती थी

एक ही नल का पानी पीते हैं अधिकांश लोग घर के पास फैली है गंदगी चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम के कुमारडुंगी प्रखंड अंतर्गत अंधारी गांव में डायरिया से मरने वाली नंदी गागराई पांच माह की गर्भवती थी. इसका खुलासा मृतका के पति प्रधान गागराई ने किया. उन्होंने बताया कि डायरिया के कारण पहले पुत्र बुधराम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 26, 2017 5:37 AM

एक ही नल का पानी पीते हैं अधिकांश लोग

घर के पास फैली है गंदगी
चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम के कुमारडुंगी प्रखंड अंतर्गत अंधारी गांव में डायरिया से मरने वाली नंदी गागराई पांच माह की गर्भवती थी. इसका खुलासा मृतका के पति प्रधान गागराई ने किया. उन्होंने बताया कि डायरिया के कारण पहले पुत्र बुधराम गागराई की मौत हुई. इसके बाद पत्नी ने दम तोड़ दिया. उसका सबसे छोटे बेटे कुशल गागराई(4) की तबीयत रविवार से खराब है. अब परिवार में चार लोग बचे है. इनमें कुशल के अलावा अन्य दो बेटे भोसेन गागराई (12)व संजय गागराई(8) शामिल है. अंधारी गांव में वर्ष 2012 में डायरिया का प्रकोप फैला था. इसमें आठ लोगों की मौत हो गयी थी. घटना के कारण लंबे समय तक इलाके में लगने वाला साप्ताहिक बाजार बंद हो गया था.
सीएचसी में चल रहा पीड़ितों का इलाज : मंगलवार को गांव के तीन और मरीज डायरिया से पीड़ित मिले. इसमें प्रभा पान (17), तिरसी हेम्ब्रम(37) व लुदरी तामसोय(कुमीरता निवासी), सिंगुरी हेम्ब्रम शामिल हैं. स्थानीय सीएचसी में नौ मरीजों का इलाज हो रहा है. बेड की कमी के कारण मरीजों को एकसाथ स्वास्थ्य केन्द्र में रखना मुश्किल हो रहा है.
पहुंची चिकित्सकों की टीम
मामला सामने आने के बाद मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची. टीम गांव के पानी का नमूना अपने साथ ले गयी. चिकित्सकों की टीम के गांव में आधे घंटे से कम समय तक रुकने से लोगों में रोष है. ग्रामीणों का कहना है कि टीम पर अंधारी में कैंप लगाये जाने की उन्हें सूचना थी. जिसके कारण वे इलाज के पहुंचे. लेकिन टीम के सदस्य तब तक जा चुके थे.

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