शहादत के 18 वर्ष बाद भी शहीद के पुत्र को नहीं मिली नौकरी

चक्रधरपुर : केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 78वें स्थापना दिवस पर गुरुवार को बंदगांव के तिरला गांव में शहीद हवलदार कुंवर सिंह मुंडा की प्रतिमा का अनावरण समारोहपूर्वक किया गया. मौके पर बतौर मुख्य अतिथि सीआरपीएफ के डीआइजी राजीव राय एवं विशिष्ट अतिथि एसपी अनिमेश गुप्ता, सीआरपीएफ 60 के कमांडेट पीसी गुप्ता, उप कमांडेट दिनेश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 28, 2017 5:48 AM

चक्रधरपुर : केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 78वें स्थापना दिवस पर गुरुवार को बंदगांव के तिरला गांव में शहीद हवलदार कुंवर सिंह मुंडा की प्रतिमा का अनावरण समारोहपूर्वक किया गया. मौके पर बतौर मुख्य अतिथि सीआरपीएफ के डीआइजी राजीव राय एवं विशिष्ट अतिथि एसपी अनिमेश गुप्ता, सीआरपीएफ 60 के कमांडेट पीसी गुप्ता, उप कमांडेट दिनेश सिंह, जिला वन अधिकारी शिव कुमार, द्वितीय कमान अधिकारी एसएस यादव, द्वितीय कमान अधिकारी (परिचालन) राजू डी नायक आदि मौजूद थे.

समारोह का शुभारंभ शहीद हवलदार कुंवर सिंह मुंडा की प्रतिमा का अनावरण कर किया गया. इस अवसर पर बिरसा मुंडा, गोपाल मुंडू, गोविंद मुंडू, फुलमनी मुंडू, सीलास मुंडू, मनीराम मुंडू, सानिका मुंडू, सोमा मुंडू, पंकज मुंडू, किनु मुंडू, मुचीराम मुंडू, उदय मुंडू, सागर मुंडू, पांडू मुंडू, उसकी मुंडू, समारी मुंडू समेत ग्रामीण व सीआरपीएफ जवान मौजूद थे. शहीद का परिवार हुआ सम्मानित : समारोह में शहीद कुंवर सिंह के पुत्र सागर मुंडू, पुत्रबधू विरेश मुनी, सालुकाद पुरती, नाती इशांत, नातनी इष्मा, भाई सेगना मुंडू, सोमा मुंडू, गमीया मुंडू एवं मुंडा बिरसा मुंडू को डीआइजी श्री राय व विशिष्ट अतिथियों ने शोल ओढ़ा कर सम्मानित किया.

14 जनवरी-99 को बरामुला में शहीद हुए थे कुंवर सिंह
शहीद कुंवर सिंह मुंडा का 14 जनवरी 1999 को जम्मू कश्मीर के बरामुला के सोपुर नामक गांव में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गये थे. 18 वर्ष बाद भी शहीद के पुत्र को नौकरी तक नहीं मिली है. शहीद के पुत्र सागर मुंडू ने कहा कि मां हीरा देवी व भाई वासुदेव मुंडू व दो बहन सुमी मुंडू व सुनी मुंडू की बीमारी के कारण मौत हो गयी. ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर नौकरी की तलाश में हूं. नौकरी नहीं मिलने से परिवार चलाने में परेशानी हो रही है. भाई-बहन की मौत के बाद मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए कई बार आवेदन दिया, लेकिन वह भी नहीं बन रहा है.

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