profilePicture

मीटिंग नहीं, काम पर फोकस करें बीडीओ : ज्योत्स्ना

नोवामुंडी : विकास योजनाएं वास्तविक रूप में सरजमीन पर तभी उतर सकेंगी, जब रुटीन वर्क से काम हो. केवल मीटिंग में पंचायत सेवक, जन सेवक, रोजगार सेवक व कनीय अभियंताओं को उलझाये रखने से समय पर योजनाएं पूरी नहीं हो सकेंगी. लेटलतीफी का सामना करना पड़ता है. बीडीओ को मीटिंग से अधिक काम पर फोकस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 2, 2017 9:14 AM
नोवामुंडी : विकास योजनाएं वास्तविक रूप में सरजमीन पर तभी उतर सकेंगी, जब रुटीन वर्क से काम हो. केवल मीटिंग में पंचायत सेवक, जन सेवक, रोजगार सेवक व कनीय अभियंताओं को उलझाये रखने से समय पर योजनाएं पूरी नहीं हो सकेंगी. लेटलतीफी का सामना करना पड़ता है. बीडीओ को मीटिंग से अधिक काम पर फोकस करने की जरूरत है.
उक्त बातें उप प्रमुख ज्योत्स्ना खिलार ने कहीं. वे प्रखंड प्रमुख कार्यालय में पचायत सेवकों की मासिक समीक्षा बैठक को संबोधित कर रही थीं. बैठक में पंचायत सेवकों से विकास योजनाओं को समय पर पूरा कराने में उत्पन्न समस्याओं एवं उनके निदान के बारे में अवलोकन किया गया. बैठक में मुख्य रूप से कर्णचंद्र प्रमाणिक, कमलकांत महतो, मनोज कुमार महतो, योगेंद्र सुंडी, सोमनाथ पिंगुआ, विश्वकर्मा गोप, गोंडो सामड,शशधर गोप,लेबेया बिरुवा आदि मौजूद थे.
बीडीओ ने छह माह से रोक रखा है पंचायत सेवकों का वेतन
बैठक में पंचायत सेवकों ने बीडीओ द्वारा छह माह से वेतन निकासी पर रोक लगा कर रखे जाने से भुखमरी की स्थिति उत्पन्न होने की शिकायत की. उन्होंने बताया कि नोवामुंडी के बीडीओ द्वारा काम से अधिक मीटिंग कराया जाता है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों से आने-जाने में अनावश्यक समय बरबाद होता है. डिजिटल जमाने में हर योजना की स्थिति व दिशा-निर्देश वाट्स एप्प पर शेयर किया जा सकता है.
इससे समय की बरबादी नहीं होगी तथा विकास कार्यों की गति भी बढ़ेगी. साप्ताह में एक दिन समीक्षा बैठक करने की मांग पंचायत सेवकों ने रखा. कहा इससे जवाबदेही निर्धारित हो सकेगी. इस पर उप प्रमुख ने पंचायत सेवकों को बीडीओ से बातचीत कर समुचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.

Next Article

Exit mobile version