राज्य में जनप्रिय युवा एवं खेल नीति बनेगी : बाउरी

15 नवंबर 2018 तक सरकार करेगी लागू समाहरणालय में खेल मंत्री ने की विभिन्न संगठनों के साथ प्रमंडल स्तरीय परिचर्चा, लिये गये सुझाव जमशेदपुर : राज्य में जनप्रिय युवा एवं खेल नीति बने, इस उद्देश्य से हर जिले में खेल संगठनों, खेल प्रेमियों व खिलाड़ियों से सुझाव लिये जा रहे हैं. यह बात राज्य के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 20, 2017 7:02 AM

15 नवंबर 2018 तक सरकार करेगी लागू

समाहरणालय में खेल मंत्री ने की विभिन्न संगठनों के साथ प्रमंडल स्तरीय परिचर्चा, लिये गये सुझाव
जमशेदपुर : राज्य में जनप्रिय युवा एवं खेल नीति बने, इस उद्देश्य से हर जिले में खेल संगठनों, खेल प्रेमियों व खिलाड़ियों से सुझाव लिये जा रहे हैं. यह बात राज्य के युवा एवं खेल मंत्री अमर बाउरी ने कही. वह शनिवार को जिला समाहरणालय में नयी युवा एवं खेल नीति को लेकर आयोजित प्रमंडल स्तरीय परिचर्चा में बोल रहे थे. उन्होंने बताया कि युवा व खेल नीति को झारखंड सरकार अगले वर्ष 18 नवंबर तक लागू कर देगी. उन्होंने कहा कि खेल के माध्यम से युवाओं में अनुशासन व नेतृत्व क्षमता विकसित होगी. इससे युवा आगे बढ़ेंगे. हमारा देश डायबिटीज कैपिटल बन चुका है. ऐसे में आवश्यक है कि छात्र जीवन से ही खेल में रुचि पैदा की जाये.
युवा स्वस्थ होंगे, तभी समाज व देश भी स्वस्थ रहेगा. परिचर्चा में खेल नीति 2007 एवं पुरानी युवा नीति, नयी प्रस्तावित नीति पर चर्चा हुई. इसमें सर्वप्रथम पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तावित खेल नीति की जानकारी दी गयी. तत्पश्चात उपस्थित प्रतिनिधियों से सुझाव लिये गये. परिचर्चा में खेल विभाग के निदेशक रणेंद्र कुमार, अपर सचिव अनिल कुमार राय, उप सचिव संदीप दोरायबुरू, उपायुक्त अमित कुमार, जिला खेल पदाधिकारी अनिता केरकेट्टा, पश्चिमी सिंहभूम के खेल पदाधिकारी अमित कुमार, खिलाड़ी पूर्णिमा महतो, बुधराम उरांव, एनएसएस के क्षेत्रीय निदेशक दीपक कुमार उपस्थित थे.
फुटबॉल, हॉकी, बैडमिंटन व तीरंदाजी को बढ़ावा
परिचर्चा में राज्य में मुख्यत: चार खेलों में को बढ़ावा देने पर बल दिया गया. इसमें फुटबॉल, हॉकी, बैडमिंटन व तीरंदाजी शामिल है. इसके अलावा हर जिले व प्रखंड में एक खेल प्रशिक्षक की नियुक्ति, कमल क्लब का गठन आदि पर भी चर्चा की गयी. एनएसएस के दीपक कुमार ने जिले में खिलाड़ियों के लिए एक यूथ हॉस्टल बनाने का सुझाव दिया. इसके अलावा हरियाणा की खेल नीति को राज्य में अपनाये जाने का भी सुझाव आया. साथ ही प्राइमरी स्कूल और कॉलेज में खेल शिक्षक की नियुक्ति पर वहां पर मौजूद खेल जगत के दिग्गजों ने राय दी.

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