हर महीने अनुबंध पर डॉक्टरों की बहाली
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सीकेपी का दौरा. रेलवे अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी पर सीएमडी ने कहा
रेलवे के सभी अस्पतालों के एंबुलेंस सेवा का होगा निजीकरण
गैर रेलवे मरीजों के लाखों रुपये बकाये मामले का जांच शुरू
चक्रधरपुर : दक्षिण पूर्व रेलवे के अस्पतालों में डॉक्टरों के रिक्त पद भरे जायेंगे. इसके लिए हर महीने अनुबंध पर चिकित्सकों की बहाली होगी. महाप्रबंधक एसएन अग्रवाल व मुख्य कार्मिक पदाधिकारी जरीना फिरदौस ने इसकी स्वीकृति दे दी है. उक्त बातें मंगलवार को चक्रधरपुर रेल अस्पताल के दौरे पर आये दपूरे के मुख्य चिकित्सा निदेशक डॉ पूरणमल ने कही. उन्होंने कहा कि डॉ पूरणमल ने कहा कि रेलवे अस्पतालों में एंबुलेंस सेवा (आउटसोर्सिंग) का निजीकरण होगा. टाटा व चक्रधरपुर में इसके लिए पहल शुरू कर दी गयी है. रेलवे के पास चिकित्सा फंड की कमी नहीं है. चक्रधरपुर रेल अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर के लिए 32 लाख रुपये के अत्याधुनिक उपकरण व मशीनें लायी गयी हैं.
प्राथमिकता के आधार पर संसाधनों का विस्तार होता रहेगा. फिलहाल रेलवे की प्राथमिकता चिकित्सकों की कमी को दूर करना है.
सीएमडी ने रेलवे अस्पताल व एआरएमइ का निरीक्षण किया : सीएमडी डॉ पूरणमल ने एआरएमइ स्वचलित चिकित्सा मेडिकल वैन के चिकित्सीय उपकरणों की जांच करते हुए जरूरी सामग्रियों का जायजा लिया. साथ ही वैन के अंदर के रख-रखाव व्यवस्था पर नजर दौड़ायी. वहीं वैन के रजिस्टर को भी देखा गया. इसके अलावा रेलवे अस्पताल के पुरुष व महिला वार्ड का निरीक्षण किया. वार्ड के चिकित्सकों से मरीजों की स्थिति और उनकी बीमारियों के संबंध में जानकारी ली.
महालीमोरुप के रेलकर्मी को डेंगू : रेलवे के प्वाइंट मैन बबलू महाली डेंगू से पीड़ित हैं. उन्हें रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उपचार के बाद स्थिति में सुधार है. उन्होंने बताया कि वे चक्रधरपुर में कार्यरत हैं. बुखार होने पर वे इलाज के लिए रेलवे अस्पताल पहुंचे, यहां रक्त जांच में डेंगू के लक्षण पाये गये.
छह चिकित्सकों का हुआ साक्षात्कार
रेल मंडल के सीएमएस कार्यालय में मंगलवार को चक्रधरपुर रेल मंडल के अस्पतालों में रिक्त पदों पर बहाली के लिए छह चिकित्सकों का साक्षात्कार लिया गया. इनमें डॉ अरविंद कुमार, डॉ मुरारी कुमार, डॉ जितेंद्र कुमार, डॉ मनोज कुमार, डॉ नेहा पांडेय व डॉ राजकिशोर शामिल हैं. साक्षात्कार ले रहे दपूरे सीएमडी डॉ पूरणमल ने कहा कि रेलवे अस्पताल में अनुबंध पर चिकित्सकों की बहाली के लिए दो बार परीक्षा ली जाती थी, लेकिन इस बार केवल एक ही परीक्षा ली जायेगी. उन्होंने कहा कि चक्रधरपुर रेल अस्पताल में छह चिकित्सकों के पद रिक्त हैं. छह चिकित्सकों का साक्षात्कार लिया गया है. मालूम हो कि 23 अगस्त को जीआरसी, 24 को आद्रा एवं 25 को खड़गपुर में चिकित्सकों की बहाली होगी. इस मौके पर दपूरे के मुख्य कार्मिक पदाधिकारी जरीना फिरदौस, सीपीटीएम पीके जेना आदि मौजूद थे.
नहीं लौटाये गये गैर रेलवे मरीजों के लाखों रुपये, छानबीन शुरू
रेलवे टिकट काउंटर पर जमा चिकित्सा शुल्क की वापसी नहीं हो रही है और न ही इस प्रक्रिया में बदलाव किया गया है. इससे गैर रेलकर्मी मरीजों का जमा चिकित्सा शुल्क में से बचे शेष राशि का भुगतान नहीं हो रहा है. मरीजों की शेष राशि कितनी है, इसकी भी जानकारी रेलवे अस्पताल को जानकारी नहीं है. वहीं टिकट काउंटर पर जब शेष राशि की मांग की जाती है, तो लंबी कागजी प्रक्रिया का हवाला दे दिया जाता है. ऐसे में गरीबों व दूर-दराज के ग्रामीण लौट जाते हैं. ऐसी स्थिति पिछले करीब चार सालों से जारी है. इस संदर्भ में सीएमडी डॉ पूरणमल ने कहा कि तमाम प्रक्रिया की जांच होगी. साथ ही मुख्य वित्त सलाहकार से बात कर मरीजों की शेष राशि लौटाने का भरोसा दिलाया. मंडल स्तर पर राशि लौटाने की सरल विधि अपनाने की बात कही.