बैंक मैनेजर बन एटीएम पिन पूछा, उड़ा लिये 71 हजार

चाईबासा : खुद को भारतीय स्टेट बैंक चाईबासा शाखा का प्रबंधक बताकर साइबर अपराधी ने एक छात्रा के बैंक खाते से 71,858 रुपये उड़ा लिये. 13 अगस्त को साइबर ठगी का शिकार हुई छात्रा ने घटना के तीन हफ्ते बाद सोमवार को मुफ्फसिल थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी. भुक्तभोगी लिदुन बिरुली मंझारी थानांतर्गत बोंगा सिंदरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 5, 2017 5:35 AM

चाईबासा : खुद को भारतीय स्टेट बैंक चाईबासा शाखा का प्रबंधक बताकर साइबर अपराधी ने एक छात्रा के बैंक खाते से 71,858 रुपये उड़ा लिये. 13 अगस्त को साइबर ठगी का शिकार हुई छात्रा ने घटना के तीन हफ्ते बाद सोमवार को मुफ्फसिल थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी.

भुक्तभोगी लिदुन बिरुली मंझारी थानांतर्गत बोंगा सिंदरी निवासी है और फिलहाल मुफ्फसिल थानांतर्गत तांबो में रहकर पढ़ाई कर रही है. लिदुन के बयान पर चार सितंबर को मोबाइल नंबर 9570260262, 7366912192 के धारक के खिलाफ थाने में मामला दर्ज हुआ है.
प्राथमिकी में बताया गया कि 13 अगस्त की दोपहर तीन बजे उसके मोबाइल पर उक्त नंबरों से फोन आये. कॉल करने वाले ने खुद को एबीआइ की चाईबासा शाखा का प्रबंधक बताते हुए कहा, ‘आपका एटीएम नंबर बंद हो गया है. इसे चालू रखना चाहते हैं या नहीं?’ इतना कहकर उसने छात्रा को डरा दिया और उससे एटीएम का पिन नंबर पूछा. छात्रा ने सही-सही पिन बता दिया. लिदुन का कहना है कि वह जब अगले दिन 14 अगस्त को अपना पासबुक अपडेट कराने गयी तो पता चला कि उसके खाते से 10 बार में 71,858 रुपये की निकासी की जा चुकी है. पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गयी है.
बैंकों की सतर्कता के बाद भी नहीं रूक रही है घटनाएं : बैंकों द्वारा बार-बार चेतावनी के भी ग्राहक अपनी आेर से सावधानी नहीं बरत रहे हैं. बैंकों की आेर से ग्राहकों को एसएमएस के जरिये बार-बार जानकारी दी जा रही है कि बैंकों की आेर से एकाउंट, एटीएम पिन या खाते से संबंधित कोई जानकारी फोन पर नहीं मांगी जाती, लेकिन ग्राहक ध्यान नहीं दे रहे. इस तरह के फर्जी कॉल आने के बाद ग्राहक उन्हें जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं जिससे आसानी से इस तरह की घटनाएं हो रही है.
घटना के 20 दिन बाद छात्रा ने पुलिस को दी सूचना
24 घंटे में 10 बार ट्रांजैक्शन कर खाते से निकाली गयी राशि

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