अब आइडी दिखा कर ही ले सकते हैं राशन
गरीबों को राहत. मंत्री सरयू राय ने दिया निर्देश चाकुलिया : खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहा है कि अगर मशीन अंगूठे के निशान को पकड़ नहीं पा रहे हैं, तो भी लाभुकों को राशन लेने से नहीं रोका जा सकता है. किसी भी पहचान पत्र को आधार मान कर गरीबों को राशन दिया […]
गरीबों को राहत. मंत्री सरयू राय ने दिया निर्देश
चाकुलिया : खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहा है कि अगर मशीन अंगूठे के निशान को पकड़ नहीं पा रहे हैं, तो भी लाभुकों को राशन लेने से नहीं रोका जा सकता है. किसी भी पहचान पत्र को आधार मान कर गरीबों को राशन दिया जायेगा. मंत्री सरयू राय शुक्रवार को पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया प्रखंड के लोधाशोली व उदाल गांव के दौरे पर थे. उन्होंने साप्ताहिक समीक्षा बैठक भी की. अनाज वितरण को लेकर ग्रामीणों से बात की.
ग्रामीणों की शिकायत थी कि मशीन से अंगूठे के निशान सही नहीं बताने पर उन्हें राशन नहीं मिल पा रहा है. इस पर मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अगर लाभुक के पास किसी भी तरह का पहचान पत्र हो या कोई भी जनप्रतिनिधि यह सत्यापित कर दे कि अमुक व्यक्ति सही हकदार है, तो उसे राशन दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा : सरकार हर प्रखंड में अनाज बैंक बनायेगी, ताकि आपातकालीन स्थिति में उसका उपयोग किया जा सके.
विधायक ने की शिकायत : बारिश के बाद भी लोधाशोली के प्राथमिक विद्यालय में आयोजित साप्ताहिक बैठक में बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे. विधायक कुणाल षाड़ंगी और भाजपा नेता डॉ दिनेशानंद गोस्वामी भी मौजूद थे. ग्रामीणों ने कहा कि स्थानीय डीलर ने पिछले चार माह से राशन नहीं दिया है. स्थानीय विधायक ने भी आरोप लगाया कि डीलर ने अधिकारियों की मिलीभगत से सारा राशन खुले बाजार में बेच दिया है और ग्रामीणों को चुनौती देता फिरता है कि उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता. विधायक ने डीलर और गोदाम के सहायक महाप्रबंधक पर एफआइआर करने की मांग की.
अंगूठे के निशान की मैचिंग जरूरी नहीं
लाभुक किसी भी हालत में अपना कार्ड डीलर को न दें. कम राशन स्वीकार न करें
राशन वितरण को लेकर कोई भी शिकायत हो, तो टोल फ्री नंबर 1800 212 55 12 पर सूचना दें
हर प्रखंड में बनेगा अनाज बैंक
डीलर और एजीएम पर कार्रवाई का निर्देश
क्यों दिया आदेश
हाल ही में अलग-अलग कारणों से 11 लाख से अधिक राशन कार्ड रद्द किये गये हैं. सिमडेगा में संतोषी कुमारी की हुई मौत के मामले में पाया गया कि उसके परिवार का राशन कार्ड आधार से लिंक नहीं होने की वजह से रद्द कर दिया गया था. संतोषी के परिवार को अनाज नहीं मिल रहा था.