आदिवासियों के 110 खाद्य व्यंजनों की लगी प्रदर्शनी
प्रजातीय खाद्योत्सव में स्कूली बच्चों समेत कुल 5000 लोग जुटे नोवामुंडी : टाटा स्टील के ओएमक्यू डिवीजन ने अपने संचालन के निकटवर्ती क्षेत्र में आदिवासी की प्रजातीय पहचान को बढ़ावा देने के लिए नोवामुंडी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में शनिवार को कृषि-वन्य खाद्य विविधता समारोह प्रजातीय खाद्योत्सव का आयोजन किया. इसमें आदिवासी के उपजातीय पहनावा से लेकर […]
प्रजातीय खाद्योत्सव में स्कूली बच्चों समेत कुल 5000 लोग जुटे
नोवामुंडी : टाटा स्टील के ओएमक्यू डिवीजन ने अपने संचालन के निकटवर्ती क्षेत्र में आदिवासी की प्रजातीय पहचान को बढ़ावा देने के लिए नोवामुंडी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में शनिवार को कृषि-वन्य खाद्य विविधता समारोह प्रजातीय खाद्योत्सव का आयोजन किया. इसमें आदिवासी के उपजातीय पहनावा से लेकर दैनिक जीवन-शैली और उनके त्योहारों को दर्शाया गया.
70 स्वयं सहायता समूहों ने 110 आदिवासी खाद्य-व्यंजनों की प्रदर्शनी लगायी. मुख्य अतिथि जगन्नाथपुर विधायक गीता कोड़ा ने कहा कि आज स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स एक विशाल आदिवासी रसोईघर में परिवर्तित हो गया है. ओएमक्यू के जीएम पंकज सतीजा ने कहा उत्सव में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों की उपस्थिति देख कर मुझे प्रसन्नता हो रही है. जैव विविधता पर युवाओं की जागरूकता व समुदाय के पारंपरिक ज्ञान को मजबूती प्रदान करना है. लजीज आदिवासी व्यंजन जैसे बिरी दाल, साग पकौड़ा, कुरुत कुंडा के साथ मसालेदार कुरकुटी चटनी व स्वादिष्ट मिष्टान्न जैसे महुआ लड्डू और सूजी ने लोगों को आकर्षित किया.
उत्सव में ओड़िशा के कोरापुट स्थित एमएस स्वामीनाथन फाउंडेशन के वैज्ञानिक डॉ कार्तिक चरण लंका, भोपाल मिराकुलस मिलेट्स के फाउंडर सुश्री अर्चना रेलान, बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी रांची के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ कृष्णा प्रसाद, इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेस्ट प्रोडक्टीविटी रांची के रिसर्च ऑफिसर एसएन वैद्य, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ नेचुरल रेजिंस एंड गम्स रांची के सीनियर टेक्नीकल ऑफिसर पी पटमाझी और नोवामुंडी बीडीओ समरेश भंडारी आदि ने हिस्सा लिया.