मार्गदर्शक मंडल में भेजे जायेंगे बुजुर्ग माओवादी, चार नक्सल कमेटियां भंग
केंद्रीय समिति के निर्णय पर लगी मुहर, रिटायरमेंट प्रक्रिया शुरू बुजुर्ग कैडरों के अनुभव का उपयोग करने पर संगठन का जोर चाईबासा : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) संगठन में जान फूंकने के लिए भारी फेरबदल की तैयारी चल रही है. बुजुर्ग और शारीरिक रूप से अक्षम नक्सली नेताओं को सभी पदों से छुट्टी मिलने वाली […]
केंद्रीय समिति के निर्णय पर लगी मुहर, रिटायरमेंट प्रक्रिया शुरू
बुजुर्ग कैडरों के अनुभव का उपयोग करने पर संगठन का जोर
चाईबासा : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) संगठन में जान फूंकने के लिए भारी फेरबदल की तैयारी चल रही है. बुजुर्ग और शारीरिक रूप से अक्षम नक्सली नेताओं को सभी पदों से छुट्टी मिलने वाली है. वहीं चार कमेटियां भंग कर दी गयी है. बुजुर्ग माओवादियों को संगठन रिटायरमेंट देकर, उनको क्षमता के अनुसार काम देगा. उक्त निर्णय इस साल की शुरुआत में हुई भाकपा माओवादी की केंद्रीय समिति की बैठक में लिया गया. तय हुआ कि जो नेता अपनी जिम्मेवारी वहन करने में अक्षम हैं, उनको छुट्टी मिलनी चाहिए. ऐसे लोगों को उनकी क्षमता के अनुसार काम देना चाहिए. इस संबंध में संगठन में एक संकल्प पत्र बांटा गया है. केंद्रीय समिति की ओर से अंगीकार किये गये निर्णय के आलोक में संगठन ने इस दिशा में पहल शुरू कर दी है.
बूढ़ा के नाम से चर्चित किशन जी को भी राहत देने की तैयारी
शीर्ष माओवादी नेता किशन जी वयोवृद्ध है. वह शारीरिक रूप से फिट नहीं है. संगठन में बूढ़ा के नाम से जाने जाने वाले किशन जी को डोली में बिठाकर कहीं ले जाना पड़ता है. चर्चा है कि किशन जी को संगठन राहत देने की तैयारी में है. इसपर अभी निर्णय नहीं हो सका है.
ये चार नक्सल कमेटियां हुईं भंग
सीनियर रेगुलर गुरिल्ला स्क्वायड (एसआरजीएस), लोकल रेगुलर गुरिल्ला स्क्वायड (एलआरजीएस), नारी मुक्ति मोर्चा व किसान क्रांतिकारी कमेटी को भाकपा माओवादी संगठन ने भंग कर दिया है. जानकारी के अनुसार चारों संगठनों में सदस्यों की कमी के कारण भंग करने का निर्णय लिया गया है. नक्सली वर्तमान में पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) के माध्यम से संगठन का संचालन कर रहे हैं. इस पीएलजीए को पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) में बदलने की कवायद में नक्सली जुटे हैं.