हाथी को मार कर दांत ले भागे तस्कर

गोली मारने के बाद काटा सिर, हफ्ते भर बाद बरामद हुआ सिरकटा शव मझगांव : मझगांव थाना क्षेत्र के बड़ा बेलमा जंगल में शनिवार को एक जंगली हाथी का कम से कम हफ्ते भर पुराना सिर कटा शव बरामद किया गया. बताया जा रहा है कि तस्करों ने गोली मार कर हाथी की हत्या की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2017 1:02 AM

गोली मारने के बाद काटा सिर, हफ्ते भर बाद बरामद हुआ सिरकटा शव

मझगांव : मझगांव थाना क्षेत्र के बड़ा बेलमा जंगल में शनिवार को एक जंगली हाथी का कम से कम हफ्ते भर पुराना सिर कटा शव बरामद किया गया. बताया जा रहा है कि तस्करों ने गोली मार कर हाथी की हत्या की और दांत ले गये. हालांकि, इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. हाथी का धड़ मिलने की खबर फैलने के बाद वन विभाग और मझगांव पुलिस की टीम शनिवार को घटनास्थल पर पहुंची. मझगांव थाना प्रभारी आनंद किशोर की सूचना पर वनपाल दशरथ सरदार व एएसआइ मनोज कुमार ने स्थानीय लोगों से पूछताछ की, तो घटना के बारे में कुछ पता नहीं चला. ग्रामीणों ने इतना ही बताया कि जंगल की ओर से बदबू आ रही थी,
जिसके बाद लोग पास गये, तो हाथी का धड़ पड़ा हुआ मिला. मृत हाथी को देखने आसपास के गांवों के ग्रामीणों की भीड़ जुट गयी. दल बल के पास पहुंची वन विभाग की टीम ने मौके पर विभागीय कार्रवाई पूरी की. जांच के बाद अाशंका जतायी गयी कि हाथी की हत्या लगभग एक सप्ताह पूर्व की गयी है. बताया जा रहा है कि हाथी को पहले बंदूक से मार कर गिराया गया, उसके बाद सिर को धड़ से अलग किया गया. यह भी कहा जा रहा है कि आठ से दस लोगों ने मिल कर इस वारदात को अंजाम दिया है. हालांकि, पुलिस व वन विभाग के अधिकारियों ने मामले की जांच पूरी होने तक कुछ कहने से इनकार किया.
मझगांव में पहले भी हो चुकी है हाथी की हत्या
मझगांव प्रखंड का आधा हिस्सा हाटगम्हरिया व नोवामुंडी वन क्षेत्र में आता है. जिस स्थान पर हाथी की हत्या हुई है, वो क्षेत्र हाटगम्हरिया में आता है. यह क्षेत्र काफी संवेदनशील है. इस क्षेत्र में हाथी दांत के तस्करों की सक्रियता रही है. पूर्व में भी मझगांव में हाथी की हत्या हो चुकी है. इसके बाद भी वन विभाग की टीम की ओर से कोई खास निगरानी नहीं रखी गयी. इधर, ग्रामीणों ने भी वन विभाग की कार्यशैली से नाराजगी जतायी है. ग्रामीणों का आरोप है कि हाथी से इस इलाके के लोग परेशान हैं. कई हाथी पीड़ितों को अब तक मुआवजा नहीं मिला है.

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