मैट्रिक में 3461, इंटर में 872 परीक्षार्थी घटे
मैट्रिक में 13370 तथा इंटरमीडिएट में 9235 परीक्षार्थी देंगे परीक्षा 39 परीक्षा केंद्रों पर मैट्रिक व 16 सेंटरों पर होगी इंटर की परीक्षा बैठक कर सेंटर चयन पर लगायी मुहर, दो-दो सेंटर किये गये कम परीक्षा अवधि में बंद रहेगा चक्रधरपुर आरओबी निर्माण कार्य चाईबासा : जिले में इस वर्ष मैट्रिक की परीक्षा 39 एवं […]
मैट्रिक में 13370 तथा इंटरमीडिएट में 9235 परीक्षार्थी देंगे परीक्षा
39 परीक्षा केंद्रों पर मैट्रिक व 16 सेंटरों पर होगी इंटर की परीक्षा
बैठक कर सेंटर चयन पर लगायी मुहर, दो-दो सेंटर किये गये कम
परीक्षा अवधि में बंद रहेगा चक्रधरपुर आरओबी निर्माण कार्य
चाईबासा : जिले में इस वर्ष मैट्रिक की परीक्षा 39 एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा 16 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित होगी. ज्ञात हो कि बीते वर्ष जिले में 41 केंद्रों पर मैट्रिक एवं 18 केंद्रों में इंटरमीडिएट की परीक्षा आयोजित हुई थी. स्थापना अनुमति प्राप्त विद्यालय नहीं होने के कारण इस वर्ष दोनों परीक्षाओं के लिए प्रस्तावित दो-दो स्कूलों को सेंटर सेलेक्शन कमेटी ने सोमवार को परीक्षा केंद्र बनाने से इनकार कर दिया.
सेंटर सेलेक्शन के लिए समाहरणालय में हुई बैठक में इंटरमीडिएट की परीक्षा अनुमंडल मुख्यालय स्थित परीक्षा केंद्रों में ही आयोजित कराने का निर्णय लिया. मनोहरपुर विधायक जोबा मांझी ने मनोहरपुर में भी इंटरमीडिएट की परीक्षा लेने की मांग की थी. मौके पर सांसद लक्ष्मण गिलुवा, चाईबासा विधायक दीपक बिरूवा, मनोहरपुर विधायक जोबा मांझी, चक्रधरपुर विधायक शशिभूषण सामड, डीइओ प्रदीप चौबे, डीएसइ नीलम आइलिन टोपनो आदि उपस्थित थे.
परीक्षा के दौरान बंद रहेगा चक्रधरपुर आरओबी के निर्माण : उपायुक्त अरवा राजकमल ने चक्रधरपुर में बन रहे रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) निर्माण कार्य परीक्षा अवधि में बंद करने का निर्देश दिया. पुलिस अधीक्षक परीक्षा अवधि में निर्माण कार्य पर रोक लगाना सुनिश्चित करेंगे, ताकि परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में असुविधा ना हो.
मैट्रिक में 25, इंटरमीडिएट में 10 फीसद परीक्षार्थी घटे : बीते साल मैट्रिक में कुल 16831 तथा इंटरमीडिएट में 10107 परीथार्थियों ने परीक्षा दी थी. इस साल मैट्रिक में 13370 तथा इंटरमीडिएट में 9235 परीक्षार्थी होंगे. पिछले साल की तुलना में इस साल मैट्रिक में मैट्रिक में 3461 व इंटरमीडिएट में 872 परीक्षार्थियों की संख्या घट गयी है.
परीक्षार्थी घटने पर उठे सवाल
इस साल परीक्षार्थियों की संख्या कम होने पर विधायकों व सांसद ने सवाल उठाया. बताया गया कि पूर्व में अनुत्तीर्ण परीक्षार्थी सेंटर बदलने के लिए दूसरे स्कूलों से परीक्षा फॉर्म भरते हैं, इस बार पूरी क्रॉस चेकिंग होने से अनुत्तीर्ण परीक्षार्थी ऐसा नहीं कर सके, जिससे संख्या घट गयी है. इसके अलावा बताया गया कि प्राइवेट परीक्षा फॉर्म भरने पर रोक लगा दी गयी है. स्कूलों में 70 फीसदी उपस्थिति वाले छात्र-छात्राओं को ही फॉर्म भरने दिया गया है. मॉक टेस्ट में सफलता प्राप्त नहीं करने वाले को भी परीक्षा फॉर्म भरने से रोका गया. उक्त कारणों से परीक्षार्थियों की संख्या कम होना बताया गया.