जानलेवा जाड़ा, लापरवाह प्रशासन
चाईबासा : पश्चिम सिंहभूम में शीतलहर से गरीब व सड़कों पर रात गुजारने वाले परेशान हैं. जबकि इनके लिए बने रैन बसेरा से कोई लाभ नहीं मिल रहा है. प्रशासन ने अबतक रैन बसेरों को कब्जा मुक्त कराने की कोशिश नहीं की है. दूसरी ओर हाड़ कंपाने वाली सर्दी और ठंडी हवा चलने के कारण […]
चाईबासा : पश्चिम सिंहभूम में शीतलहर से गरीब व सड़कों पर रात गुजारने वाले परेशान हैं. जबकि इनके लिए बने रैन बसेरा से कोई लाभ नहीं मिल रहा है. प्रशासन ने अबतक रैन बसेरों को कब्जा मुक्त कराने की कोशिश नहीं की है. दूसरी ओर हाड़ कंपाने वाली सर्दी और ठंडी हवा चलने के कारण चाईबासा समेत जिले के अधिकतर हिस्सों में लोग बेहाल हैं. रविवार की अपेक्षा सोमवार के दिन का तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया. सुबह धूप रहने के बावजूद ठंडी हवाओं के कारण लोगों को ठिठुरन महसूस होती रही. अगले 24 घंटे में गलन भरी सर्दी का दौर जारी रहने का अनुमान है. सोमवार को कुछ ज्यादा ही ठंड महसूस हो रही थी.
जिले में पिछले कुछ दिनों पहले लोगों को ठंड से राहत मिली थी. 22 दिसंबर से ठंड ने लोगों की परेशानियों को बढ़ा दी है. जबकि पिछले एक हफ्ते से तापमान काफी नीचे चला गया है. विशेष तौर पर गरीब व असहाय लोगों को इससे खासी परेशानी हो रही है. जिनके पास रहने को घर नहीं व ओढ़ने को चादर नहीं है. उनके लिये यह जाड़ा जानलेवा हो गया है.
खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में ठंड के कहर ने अब तक दो लोगों की जान ले ली है. जिले में गुवा क्षेत्र का तापमान सबसे कम तीन डिग्री दर्ज किया गया है. हालांकि जिले के अन्य हिस्से में तापमान आज भी चार डिग्री पर बना रहा. लेकिन शीतलहरी के कारण ज्यादा महसूस की गयी.