रोजगार दे राज्य सरकार वनोत्पाद बेचना छोड़ देंगे
चाईबासा : वनोत्पाद पर जीवन बसर करने वालों को वन विभाग पर परेशान करने का आरोप लगाकर मंगलवार को अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा ने चाईबासा आयुक्त कार्यालय के समक्ष घंटों नंग-धड़ंग प्रदर्शन किया. महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष जॉन मिरन मुंडा के नेतृत्व में सोनुवा, गोइलकेरा, नकटी, कुईडा, चक्रधरपुर, नोवामुंडी व मंझारी से लोग जुटे […]
चाईबासा : वनोत्पाद पर जीवन बसर करने वालों को वन विभाग पर परेशान करने का आरोप लगाकर मंगलवार को अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा ने चाईबासा आयुक्त कार्यालय के समक्ष घंटों नंग-धड़ंग प्रदर्शन किया. महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष जॉन मिरन मुंडा के नेतृत्व में सोनुवा, गोइलकेरा, नकटी, कुईडा, चक्रधरपुर, नोवामुंडी व मंझारी से लोग जुटे थे. धरना के बाद आयुक्त के नाम मांग पत्र सौंपा गया.
यहां जॉन मिरन मुंडा ने कहा आजादी के 70 साल बाद आदिवासियों के हालत में सुधार नहीं हुआ है. आज भी लोग लकड़ी, दातुन, पत्ता बेचकर परिवार चला रहे हैं. वन विभाग के पदाधिकारी जेल भेजकर प्रताड़ित कर रहे हैं. सभी ने आयुक्त कार्यालय के समक्ष सूखा लकड़ी जमा कर संकल्प लिया कि सरकार माह में 26 दिन रोजगार की गारंटी दे, लोग लकड़ी, दातुन व पत्ता बेचना छोड़ देंगे.
चाईबासा स्टेशन से निकली रैली
इसके पूर्व चाईबासा स्टेशन के पास से रैली निकाली गयी, जो मंगलाहाट, जैन मार्केट, कोर्ट परिसर, पोस्ट ऑफिस चौक होते हुए वन विभाग पहुंचा. यहां पर वन विभाग के वन संरक्षण पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया. इसके बाद जुलूस गांधी मैदान, शहीद पार्क, बड़ी बाजार से होकर कोल्हान आयुक्त कार्यालय के समक्ष पहुंचा. मौके पर जिला अध्यक्ष मानसिंह तिरिया, उपाध्यक्ष माधव चंद्र कुंकल, सचिव नरेश सुंडी, कुईड़ा मुखिया दिनेश बोयपाई, तोडांगहातु पंसस कृष्णा तिरिया, मानी लागुरी समेत सैकड़ों लोग उपस्थित थे.