शहर के डॉ सौम्य सेनगुप्ता ने पेश किया मधुमेह पर शोधपत्र

आरएसएसडीआइ के पटना सम्मेलन में पेश किया शोधपत्र चाईबासा : भारत मे मधुमेह के निवारण के लिए कार्यरत सर्वोच्च संस्था आरएसएसडीआइ (रीसर्च सोसाइटी फॉर स्टडी ऑफ डायबीटिज इन इंडिया) की ओर से पटना स्थित होटल मौर्या में मधुमेह सम्मेलन का आयोजन किया गया. इसमें झारखंड का प्रतिनिधित्व चाईबासा के प्रसिद्ध मधुमेह विशेषज्ञ डॉ सौम्य सेनगुप्ता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 20, 2018 12:41 AM

आरएसएसडीआइ के पटना सम्मेलन में पेश किया शोधपत्र

चाईबासा : भारत मे मधुमेह के निवारण के लिए कार्यरत सर्वोच्च संस्था आरएसएसडीआइ (रीसर्च सोसाइटी फॉर स्टडी ऑफ डायबीटिज इन इंडिया) की ओर से पटना स्थित होटल मौर्या में मधुमेह सम्मेलन का आयोजन किया गया. इसमें झारखंड का प्रतिनिधित्व चाईबासा के प्रसिद्ध मधुमेह विशेषज्ञ डॉ सौम्य सेनगुप्ता ने किया. मधुमेह का बढ़ते प्रकोप को कम करने के संबंध में अपने अनुसंधान को मंच पर प्रस्तुत कर उन्होंने लोगों की सराहना बटोरी. उठाये गए सवालों का उन्होंने समुचित उत्तर प्रदान कर दीर्घा को संतुष्ट भी किया.
वाद विवाद में भी तर्कों के जरिये अपने साथी चिकित्सकों और पैनल के विद्वानों को यह समझाने में सफल रहे कि मधुमेह के लिए बन रही दवाइयों में ग्लिप्टीन्स’ का प्रयोग लाभकारी, सस्ता और सुलभ है, यह रोगियों को विशेष रूप से फायदा दे सकता है. ज्ञात हो कि इस समय ग्लीफोजीन्स का प्रयोग बहुतायत में होता है. जबकि तुलनात्मक दृष्टि से ग्लिप्टीन्स बेहतर विकल्प और भविष्य की औषधि है. डॉ सेनगुप्ता के अनुसार उन्हें आशा है कि उनके प्रयोग को विश्व स्तर पर मान्यता मिल जाएगी, जिसका सीधा लाभ मधुमेह से पीड़ित लोगों को मिलेगा.

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