संदीप दा की सूचना पर हुई राजेश की गिरफ्तारी

चाईबासा : चाईबासा जेल में बंद कुख्यात नक्सली व भाकपा माओवादी संगठन का सैक सदस्य संदीप दा उर्फ मोतीलाल सोरेन की सटीक सूचना पर 25 लाख के इनामी राजेश संथाली की गिरफ्तारी संभव हो पायी थी. एक माह पहले राजेश की गिरफ्तारी की पटकथा तैयार हो चुकी थी. चाईबासा पुलिस के पूछताछ में संदीप ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 27, 2018 2:59 AM

चाईबासा : चाईबासा जेल में बंद कुख्यात नक्सली व भाकपा माओवादी संगठन का सैक सदस्य संदीप दा उर्फ मोतीलाल सोरेन की सटीक सूचना पर 25 लाख के इनामी राजेश संथाली की गिरफ्तारी संभव हो पायी थी. एक माह पहले राजेश की गिरफ्तारी की पटकथा तैयार हो चुकी थी. चाईबासा पुलिस के पूछताछ में संदीप ने राजेश संथाली के बारे में पुलिस को महत्वपूर्ण सूचना दी थी.

संदीप ने पुलिस को बताया था कि राजेश औलाद का सुख पाना चाहता था. इसके कारण वह अपनी पत्नी मुगली मुर्मू का कृत्रिम गर्भधारण कराना चाह रहा था. इस बीच उसे धनबाद के सिटी सेंटर में स्थित आइबीएफ सेंटर की जानकारी मिली थी. जहां पर कृत्रिम गर्भधारण कराया जाता है. राजेश ने इसके लिये संगठन से बकायदा एक साल की छुट्टी ली. इसके बाद वह अपने गांव मानीयाडीह चला गया. फरवरी माह में उसने अपनी पत्नी का कृत्रिम गर्भधारण भी करा लिया था. लेकिन पत्नी के चेकअप के लिये उसे आइबीएफ सेंटर आना पड़ता था. उधर, संदीप से मिली इस महत्वपूर्ण जानकारी के बाद राजेश को गिरफ्तार करने के लिये चाईबासा पुलिस ने योजना बनायी.

इसके लिये चाईबासा ने धनबाद पुलिस का सहारा लिया. पुलिस ने खुफिया तौर पर राजेश के जीतपुर के मनीयाडीह गांव जाकर उसकी गतिविधि जानकारी ली. पत्नी को लेकर राजेश के धनबाद स्थित सिटी सेंटर आने की जानकारी मिलने पर पुलिस उसे धनबाद से गिरफ्तार करने की निर्णय लिया. जिसके बाद पुलिस खुफिया तौर पर सिटी सेंटर पर नजर रखने लगी. राजेश जैसे ही अपनी पत्नी के चेकअप के लिये यहां पहुंचा पुलिस ने उसे पत्नी के साथ गिरफ्तार कर लिया.

संदीप व राजेश की पत्नियां हैं दोनों बहनें
कुख्यात नक्सली संदीप दा व राजेश संथाल की पत्नी दोनों सगी बहनें हैं. इसके कारण संदीप को राजेश व उसकी पत्नी के बारे में पूरी जानकारी रहती थी. राजेश काफी पुराना सदस्य होने के बाद संदीप व राजेश संगठन में एक ही रैंक के सदस्य है. राजेश 1992 से संगठन के लिये काम कर रहा है. 16 साल से संगठन के लिये काम करने वाला राजेश 2007 के बाद कमेटी ऑफ मास ऑर्गनाइजेशन के तहत लोगों को संगठन में जोड़ने के काम में लग गये थे.
संगठन ने इलाज के लिए दिये थे एक लाख रुपये
राजेश ने संगठन के समक्ष पत्नी के कृत्रिम गर्भधारण कराने की बात रखी थी. जिसके कारण संगठन से उसे इसके लिये एक साल की न केवल छुट्टी दी गयी. बल्कि उसे एक लाख रुपये भी संगठन की ओर से मुहैया कराये गये थे. राजेश की पत्नी मुगली मुर्मू टीबी से भी पीड़ित थी. उधर, कृत्रिम गर्भधारण के कारण उसमें खून की कमी हो गयी है. उसे बार-बार खून चढ़ाने की जरूरत भी पड़ रही है.
ऑपरेशन ग्रीन हंट के बाद संगठन के अधिकारी मोबाइल पर नहीं करते हैं बात
राजेश ने पुलिस के समक्ष एक महत्वपूर्ण खुलासा करते हुये बताया कि ऑपरेशन ग्रीन हंट के बाद से संगठन ने मोबाइल के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया था. संगठन का कोई भी अधिकारी मोबाइल पर बात नहीं करता है. अगर मोबाइल पर किसी तरह की सूचना आती है तो चाल समझी जाती है. संगठन अपने स्तर पर आज भी कूरियर के जरिये सूचनाओं का आदान प्रदान करता है.
राजेश से पूछताछ की जा रही है. संगठन का पुराना सदस्य होने के कारण उसके कई महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होने की उम्मीद है. जिसके जरिये पुलिस पश्चिम सिंहभूम के सारंडा, कोल्हान व पोड़ाहाट से नक्सलियों को जड़ से खत्म कर सकती है.
साकेत कुमार सिंह, डीआइजी कोल्हान
राजेश संथाल व उसकी पत्नी पर दर्ज मामले
मनोहरपुर थाना कांड संख्या- 24/6 जून 2003
गुवा थाना कांड संख्या – 16/ 1 अप्रैल 2004
गुवा थाना कांड संख्या 17/ 8 अप्रैल 2004
मनोहरपुर थाना कांड संख्या 30/12 सितंबर 2005
गुवा थाना कांड संख्या 55/18 सितंबर 2005
मनोहरपुर थाना कांड संख्या 35 /15 अगस्त 2006
सोनुवा थाना कांड संख्या 2/3 फरवरी 2006
सोनुवा थाना कांड संख्या 7- 22 जनवरी 2006
गुवा थाना कांड संख्या 29 /24 अप्रैल 2006
गुवा थाना कांड संख्या 38/02 जून 2006
-गुवा थाना कांड संख्या 44/5 जुलाई 2006
किरीबुरू थाना कांड संख्या – 14/2 जून 2006
गुवा थाना कांड संख्या – 18/3 मार्च 2007
मनोहरपुर थाना कांड संख्या 23/18…… जून 2008
छोटानागरा थाना कांड संख्या 5/30 जून 2011
जराईकेला थाना कांड संख्या – 06 /11 अगस्त 2011
जराईकेला थाना कांड संख्या- 6/11 अगस्त 2011
जराईकेला थाना कांड संख्या – 7/21 अगस्त 2011
…-सोनुवा थाना कांड संख्या – 15 अप्रैल 2010
टेबो थाना कांड संख्या – 7/15 अगस्त 2013
टेबो थाना कांड संख्या – 8 सितंबर 2013
जराईकेला थाना कांड संख्या – 4/6 मार्च 2013
गुदड़ी थाना कांड संख्या 4/7मई 2017
अंकिता का अापराधिक इतिहास
सोनुवा थाना कांड 2/3 फरवरी 2006
-मनोहरपुर थाना कांड संख्या – 51/9 सितंबर 2007
मनोहरपुर थाना कांड संख्या – 23/……18 जून 2008, धारा- 147/148/149/341/333/353/307/224/225/511 भादवि, 27 आर्म्स एक्ट, 17 सीएलए एक्ट एवं 13 यूएपी एक्ट

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