विलय का विरोध, बच्चों को नहीं भेजा स्कूल
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ओड़िया मवि को पुन: किया जाये संचालित, अन्यथा सरकार के विरुद्ध होगा आंदोलन
विद्यालय विलय के मातृभाषा की पढ़ाई हो जायेगी बंद
चक्रधरपुर : ओड़िया मध्य विद्यालय चैनपुर के विलय को लेकर मंगलवार को ग्रामीण एकजुट हुए और अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजा. जिसके बाद विद्यालय प्रबंध समिति व ग्रामीणों की बैठक एसएमसी अध्यक्ष कृष्णा कुंभकार की अध्यक्षता में हुई.
बैठक में कहा गया कि स्कूल के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं व छात्र-छात्राओं का राजकीय बुनियादी विद्यालय चैनपुर में विलय हो जाने से ग्रामीण व अभिभावक नाराज हैं. राजकीय बुनियादी विद्यालय में चहारदीवारी नहीं होने के कारण छोटे बच्चे असुरक्षित हैं. ओड़िया मवि 80 वर्ष पुराना है. जहां ओड़िया मातृभाषा के बच्चे पढ़ाई करते हैं. ओड़िया स्कूल बंद होने से ओड़िया मातृभाषा की पढ़ाई बंद हो जायेगी. ग्रामीणों ने कहा कि किसी भी हाल में बच्चों को राजकीय बुनियादी विद्यालय नहीं भेजेंगे.
कहा कि ओड़िया मवि को पुन: संचालित किया जाये, अन्यथा सरकार के विरुद्ध आंदोलन किया जायेगा. मौके पर गारदी हेंब्रम, एसके रॉय, मनोज कुमार नायक, सोनाराम तांती, चितरंजन कुंभकारा, अनिल कुंभकार, मकरध्वज नायक, राजेश तांती, माला देवी समेत अन्य मौजूद थे.
शिक्षा स्तर को घटाना चाहती है सरकार: अध्यक्ष
ओड़िया मवि चैनपुर के प्रबंध समिति अध्यक्ष कृष्णा कुंभकार ने कहा कि शिक्षा स्तर को बढ़ाने के लिए सरकार को स्कूल खोलना चाहिए. लेकिन सरकार स्कूलों का विलय करने में लगी है. सरकार शिक्षा स्तर को घटाना चाहती है. उन्होंने कहा कि चैनपुर ओड़िया मवि का विलय राजकीय बुनियादी विद्यालय में कर दिया गया है. जहां सुरक्षा शून्य है.