Jharkhand : कुंदन पाहन दस्ते का कुख्यात नक्सली सुशील डांगिल चाईबासा से गिरफ्तार, इन हत्याकांडों में था शामिल

रांची/चाईबासा : जदयू के तमाड़ विधायक तथा पूर्व मंत्री रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) को चाईबासा से बड़ी सफलता हाथ लगी है. एनआइए की टीम ने उक्त हत्याकांड में शामिल कुंदन पाहन दस्ते के कुख्यात माओवादी सदस्य कृष डांगिल उर्फ सुशील डांगिल उर्फ विनोद उर्फ वीरेंद्र डांगिल को चाईबासा के मुफस्सिल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 28, 2018 6:17 AM
रांची/चाईबासा : जदयू के तमाड़ विधायक तथा पूर्व मंत्री रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) को चाईबासा से बड़ी सफलता हाथ लगी है.
एनआइए की टीम ने उक्त हत्याकांड में शामिल कुंदन पाहन दस्ते के कुख्यात माओवादी सदस्य कृष डांगिल उर्फ सुशील डांगिल उर्फ विनोद उर्फ वीरेंद्र डांगिल को चाईबासा के मुफस्सिल थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है. शुक्रवार को कोर्ट में पेश करने के बाद एनआइए की टीम उसे अपने साथ रांची ले गयी है. चाईबासा पुलिस उसकी गिरफ्तारी शुक्रवार की सुबह मुफ्फसिल थाना के सामने जांच के दौरान होने की बात कह रही है.
जबकि सूत्रों की मानें तो तीन दिन पूर्व ही सुशील को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी को एनआइए की टीम काफी समय से तलाश रही थी. कुछ दिन पूर्व एनआइए की टीम ने आरोपी के सोनुवा स्थित दाऊ गांव के आवास पर दबिश दी थी. लेकिन वह घर से फरार था़ एनआइए की टीम ने उसके घर पर इश्तेहार चिपकाया था.
उधर, घर से भागने के बाद सुशील खूंटपानी क्षेत्र में आकर किसी के घर पर छुप गया था. एनआइए की टीम को इसकी जानकारी होने पर उसे खूंटपानी से तीन दिन पहले धर दबोचा गया. शुक्रवार की सुबह सुशील को कोर्ट में पेश करने से पूर्व एनआइए की टीम ने पुलिस को लेकर कई जगहों पर दबिश दी थी. कहा जा रहा है कि सुशील काफी समय से संगठन से दूरी बनाये चल रहा था.
इनके खिलाफ चार्जशीट
-पूर्व मंत्री गोपाल कृष्ण पातर उर्फ राजा पीटर, (09 अक्तूबर 2017 को गिरफ्तार, जेल)
– शेषनाथ सिंह खेरवार, एएसआइ, धनबाद जिला बल, (07 अक्तूबर 2017 को गिरफ्तार, जेल)
– प्रफुल्ल कुमार महतो उर्फ भक्ति महतो (15 जनवरी 2018 को गिरफ्तार, जेल)
– जय गणेश उर्फ जय गणेश लोहरा (15 जनवरी 2018 को जेल)
– अंबुश मुंडू उर्फ भीम (15 जनवरी 2018 को गिरफ्तार, जेल)
– बलराम साहू उर्फ बोलो उर्फ डेविड उर्फ राजू उर्फ अली खान (14 सितंबर 2009 को गिरफ्तार, जेल)
– कुंदन पाहन उर्फ विकास दा (25 मई 2017 को सरेंडर के बाद जेल)
– कृष डांगिल उर्फ सुशील डांगिल उर्फ विनोद उर्फ बीरेंद्र (27 अप्रैल 2018 को चाईबासा से गिरफ्तार)
– भाजोहरी सिंह मुंडा (फरार)
– राधे श्याम बड़ाइक (फरार)
– गुरुआ मुंडा (फरार)
– विवेक जी उर्फ विवेक दा उर्फ प्रयाग मांझी उर्फ करण दा उर्फ फुच्चू उर्फ लीटरा (माओवादी पोलित ब्यूरो सदस्य, एक करोड़ का इनामी, फरार)
– रमेश उर्फ तूफान दा उर्फ अनल दा (माओवादी सैक सदस्य, फरार)
-राजेश दा उर्फ राजेश संताल उर्फ फूलचंद टुड्डू (फरार)
-मनीष दा उर्फ प्रशांत बोस उर्फ किशन दा उर्फ बूढ़ा (माओवादी पोलित ब्यूरो सदस्य, एक करोड़ का इनामी, फरार)

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