जैंतगढ़ से मुख्य आरोपी विश्वजीत हुआ गिरफ्तार
बाइक को अपना बता दिया था घटना को अंजाम जमदोलक लूटकांड जैंतगढ़ : चाईबासा के लोकेहतु गांव निवासी संतोष बारीक से फिल्मी अंदाज में लूट व फायरिंग का प्रयास मामले का मुख्य आरोपी छेड़ियानाल निवासी विश्वजीत गिरि को चंपुआ पुलिस ने जैंतगढ़-वैतरणी पुल से गिरफ्तार किया. गुप्त सूचना पर पुलिस सादे लिबास में पहुंची थी. […]
बाइक को अपना बता दिया था घटना को अंजाम
जमदोलक लूटकांड
जैंतगढ़ : चाईबासा के लोकेहतु गांव निवासी संतोष बारीक से फिल्मी अंदाज में लूट व फायरिंग का प्रयास मामले का मुख्य आरोपी छेड़ियानाल निवासी विश्वजीत गिरि को चंपुआ पुलिस ने जैंतगढ़-वैतरणी पुल से गिरफ्तार किया. गुप्त सूचना पर पुलिस सादे लिबास में पहुंची थी. विश्वजीत अपने साथी के साथ बाइक (जेएच-06इ/ 5709) पर सवार होकर झारखंड की ओर जा रहा था.
भीड़ का लाभ उठाकर विश्वजीत का साथी फरार हो गया. विश्वजीत ने पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार कर लिया. उसके पास एक देसी कट्टा, चार मोबाइल, 9190 रुपये, आधार कार्ड, एटीएम कार्ड आदि बरामद हुआ है. हालांकि घटना के दिन विश्वजीत के साथ कौन था इसका पता नहीं चला है. पुलिस ने बाइक जब्त कर लिया है.
दागी होने के कारण पुलिस के शक में आया विश्वजीत
विश्वजीत के दागी होने के कारण पुलिस को शक हुआ. बीते दिनों जगन्नाथपुर में डकैती हुई थी. उस मामले में पुलिस ने बाइक (ओरआर-08ई/1500) जब्त की थी. उक्त कांड में पुलिस को विश्वजीत की तलाश थी. विश्वजीत छानपदा गांव के सामने 5 मई को पावरोटी विक्रेता से दस हजार रुपये लूट में शामिल था. संतोष के बताये हुलिये से विश्वजीत शक के दायरे में आ गया.
पेशेवर मुजरिम है विश्वजीत
चंपुआ थानांतर्गत छेड़ियानाल निवासी विश्वजीत गिरि पेशेवर मुजरिम है. उसने आठवीं कक्षा से क्राइम की दुनिया में कदम रख दिया था. उसके खिलाफ चंपुआ थाने में चोरी के दो केस न 83/ 2014 व
84/2014, घाघरबेड़ा थाना में मर्डर केस 15 /2015, जोड़ा थाने में बाइक लूट 62/ 2018, जगन्नाथपुर थाना में 15/2018 लूट केस लंबित है. विश्वजीत 22 अप्रैल को बड़बिल जेल से बेल पर रिहा हुआ है.
बाइक लूट के बाद संतोष पर चलायी गोली
ज्ञात हो कि विगत सात मई को संतोष अपनी बाइक (जेएच 06के 7357) से बसुदेवपुर जा रहा था. जामदोलक के पास बाइक खड़ी कर पेशाब करने लगा. इस दौरान विश्वजीत अपने साथी के साथ बाइक से पहुंचा. संतोष की बाइक को अपनी बता झगड़ने लगा. मामले का समाधान के लिए चंपुआ थाने चलने को कहा था. विश्वजीत व उसका साथी संतोष को कोंकड़ापाठ जंगल ले गये. वहां मारपीट कर बाइक व मोबाइल लूट लिया. संतोष ने भागने की कोशिश की तो गोली चलायी. गोली नहीं चलने के कारण बच गया था. संतोष ने चंपुआ थाने में शिकायत दर्ज करायी थी.