हाट-बाजारों में रेकी कर घटना को देते थे अंजाम
पुलिस ने चारों को बुधवार को जेल भेज दिया सदर थाना के एएसआइ के बयान पर केस दर्ज चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम के हाट-बाजारों में रेकी कर व्यापारियों से चोरी, लूट व छिनतई गिरोह के चार सदस्यों को पुलिस ने मंगलवार को चाईबासा मंगलाहाट से गिरफ्तार किया. गिरफ्तार चारों को बुधवार को जेल भेज दिया […]
पुलिस ने चारों को बुधवार को जेल भेज दिया
सदर थाना के एएसआइ के बयान पर केस दर्ज
चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम के हाट-बाजारों में रेकी कर व्यापारियों से चोरी, लूट व छिनतई गिरोह के चार सदस्यों को पुलिस ने मंगलवार को चाईबासा मंगलाहाट से गिरफ्तार किया. गिरफ्तार चारों को बुधवार को जेल भेज दिया गया. आरोपियों में बर्मामाइंस (जमशेदपुर) निवासी दीपक महतो, सुंदरगढ़ (ओड़िशा) जिला के बिसरा थानांतर्गत डलाइकेला निवासी दशनु तिर्की, बिसरा रेलवे कॉलोनी निवासी नितेश बोदरा और जगन्नाथपुर थाना के जैंतगढ़ निवासी सुरेन पान शामिल है.
दीपक के खिलाफ आर्म्स एक्ट का केस दर्ज: पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी दीपक महतो के खिलाफ चाईबासा व नोवामुंडी थाना में आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज है. सदर थाना के एएसआइ विमल झा के बयान पर 30 मई को थाना में मामला दर्ज किया गया है.
दुष्कर्मी को 12 साल की कैद, अर्थदंड भी: चाईबासा. प्रथम अपर जिला व सत्र न्यायाधीश रमाकांत मिश्र की अदालत ने दुष्कर्म के आरोपी जगन्नाथपुर निवासी सुनील पुरती को दोषी करार देते हुए 12 साल सश्रम कारावास की सजा सुनायी, साथ ही 10 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया. जुर्माना नहीं भरने पर अभियुक्त को छह माह की अतिरक्ति सजा भुगतनी होगी. घटना 2012 की है. पीड़िता के बयान पर थाने में मामला दर्ज किया था.
चारों के पास से हथियार व मोबाइल जब्त
पुलिस ने सबसे पहले दीपक महतो को कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार किया. उसकी निशानदेही पर अन्य तीनों को मंगलाहाट से गिरफ्तार किया. सभी मंगलाहाट में चोरी व छिनतई करने आये थे. दीपक महतो के पास से कार (जेएच 05एएक्स-3183), दो मोबाइल, एक लाठी, ब्लेड, लोहे का हथियार, पैन कार्ड, पत्नी का आधार कार्ड, दशनु तिर्की के पास से एक मोबाइल व पल्सर बाइक और सुरेन के पास से एक मोबाइल बरामद किया गया.
गिरोह का सरगना है जमशेदपुर का दीपक
पुलिस ने बताया कि सभी चार चाईबासा मंगलाहाट सहित हाट-बाजारों, बस स्टैंड व भीड़भाड़ जगहों से पॉकेटमारी, छिनतई व लूटपाट करते हैं. प्रत्येक मंगलवार को मंगलाहाट आते हैं. दीपक महतो जमशेदपुर से अपनी गाड़ी से आता है. उसके इशारे पर सभी काम करते हैं. वह गाड़ी पर बैठे रहता है. पुलिस को काफी दिनों से गिरोह की तलाश थी. दीपक महतो पहले रेकी करता है. इसके बाद घटना को अंजाम देता है.