कोल्हान राष्ट्र की मांग करने वाला रामो बिरूवा गिरफ्तार
अलग देश के लिए आयोजन की तैयारी व झंडा फहराने की कोशिश के मामले में फरार था रामो वर्ष 2017 में भी गिरफ्तार किया गया था रामो को राज्य प्रशासनिक सेवा का अधिकारी रह चुका है चाईबासा : कोल्हान प्रमंडल को अलग देश का दर्जा देने की मांग करने वाले रामो बिरूवा (84) को पुलिस […]
अलग देश के लिए आयोजन की तैयारी व झंडा फहराने की कोशिश के मामले में फरार था रामो
वर्ष 2017 में भी गिरफ्तार किया गया था रामो को
राज्य प्रशासनिक सेवा का अधिकारी रह चुका है
चाईबासा : कोल्हान प्रमंडल को अलग देश का दर्जा देने की मांग करने वाले रामो बिरूवा (84) को पुलिस ने शुक्रवार को चाईबासा से गिरफ्तार कर लिया. वह ‘कोल्हान देश’ के लिए बड़े आयोजन की तैयारी करने और नया झंडा फहराने की कोशिश के मामले में पिछले साल दिसंबर से फरार चल रहा था.
राज्य प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी रामो बिरूवा को पुलिस ने चाईबासा के एसपीजी मिशन कंपाउंड के एक मकान से शाम करीब साढ़े पांच बजे पकड़ा. वह निर्मल पान नामक एक व्यक्ति के घर पर किराये पर दो माह से छुपकर रह रहा था. उसके साथ उसकी पत्नी भी थी. इस बात की गुप्त सूचना एसपी मयूर पटेल कन्हैयालाल को मिली थी. सूचना के आधार पर पुलिस उस इलाके में पहुंच गयी. इधर एसपी के निर्देश पर डीएसपी प्रकाश सोय के नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन किया गया. कई भागों में बंटकर टीम एसपीजी मिशन स्कूल के कंपाउंड तक पहुंची. इसके बाद उस क्षेत्र को चारों ओर से घेर लिया गया.
इसके बाद डीएसपी प्रकाश सोय व अन्य पुलिस अधिकारी हथियारी के साथ
रामो बिरूवा के आवास में पहुंचे और उसे गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद रामो को एंबुलेंस से सदर अस्पताल ले जाया गया. वहां उसकी चिकित्सकीय जांच करायी गयी. अस्पताल से उसे सदर थाना लाया गया. इसके बाद कोर्ट में पेश कर तत्काल जेल भेज दिया गया.
च्यवनप्राश खाया पानी पिया, फिर हैट पहनकर निकला : पुलिस के साथ चलने से पहले रामो ने अपनी पत्नी से अपना हैट मंगाया. उसे उसने मुकुट की तरह पहना. इसके बाद उसने फिर से अंग्रेजी में बेल मिलने व साइलेंट होने की बात लिखी. लेकिन जब उसने देखा कि उसके लिखने का असर पुलिस पर नहीं पड़ रहा है तो पत्नी से पानी मंगाया. फिर च्यवनप्राश मंगाया. उसने च्यवनप्राश खाकर पानी पीया और पुलिस के साथ निकल गया.
चारों ओर से पुलिस ने संभाल रखा था मोर्चा : रामो को पकड़ने गयी पुलिस को अंदेशा नहीं था कि वह अपनी पत्नी के साथ अकेला होगा. पुलिस यह मानकर चल रही थी कि रामो के समर्थक बड़ी संख्या में उसके साथ होंगे और गिरफ्तारी का विरोध करेंगे.
दो माह से पत्नी के साथ छिपा हुआ था 84 साल का बिरूवा
लिखा : जमानत मिल चुकी है, अब साइलेंट हूं
गिरफ्तार होने के बाद रामो बिरूवा कुछ देर नौटंकी करता रहा. उसने पहले अपने कमरे से एक कागज मंगाया, फिर एक हरा पेन मंगाया. कागज में उसने हरे पेन से खुद के बेल (जमानत) पर होने की बात लिखी. उसने यह भी लिखा कि वह उस घटना के बाद से साइलेंट (निष्क्रिय) हो गया है. पूछताछ में वह कुछ बता नहीं रहा था. सुनने में दिक्कत होने के कारण भी वह पुलिस के सवालों का जवाब नहीं दे रहा था.
अलग राष्ट्रध्वज फहराने की तैयारी की थी
रामो बिरूवा ने अलग कोल्हान देश की मांग को लेकर पंड्राशाली के भोया गांव स्थित बिंदीबासा में 18 दिसंबर 2017 को दिन में 11 बजकर 11 मिनट और 11 सेकेंड पर अलग देश का झंडा फहराने का एलान किया था. प्रशासन ने सभा करने पर रोक लगा दी थी. इसके बावजूद रामो व उनके समर्थक सभा की तैयारी में जुटे रहे. पुलिस ने धारा 144 लगाते हुए कार्यक्रम स्थल पर स्टेज को हटा दिया था. खूंटपानी की बीडीओ सुनीला खलखो के बयान पर पांड्राशाली ओपी में रामो बिरूवा, मुन्ना बानसिंह सहित 45 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. मुन्ना बानसिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था लेकिन मामला दर्ज होने के बाद से ही रामो बिरूवा भूमिगत हो गया था. पुलिस को उसी समय से उसकी तलाश थी.
बागबेड़ा तक पहुंची थी ‘कोल्हान देश’ की आग
प्रशासन द्वारा खूंटपानी का कार्यक्रम विफल कर दिये जाने के बावजूद ‘कोल्हान देश’ के आंदोलन की आग चोरी-छिपे जमशेदपुर के बागबेड़ा तक पहुंच गयी थी. ठीक उसी अवधि में जब बिंदीबासा में पुलिस तैनात थी, इधर बागबेड़ा में खरकई नदी के किनारे करीब 50-60 की संख्या में पुरुष-महिलायें जुट गये थे. उन्होंने कथित रूप से अलग कोल्हान स्टेट का झंडा भी फहराया, जिसको लेकर बागबेड़ा थाना में पांच को नामजद व करीब एक दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया था.हालांकि ग्रामीणों के अनुसार वे वहां अपना धार्मिक झंडा फहरा रहे थे.