चाईबासा : झामुमो ने संसद में आदिवासियों को नहीं बेचा होता, तो आठ वर्ष पहले बनता झारखंड : लक्ष्मण गिलुवा
झामुमो ने अगर संसद में आदिवासियों को कांग्रेसियों के हाथों चार करोड़ में नहीं बेचा होता, तो झारखंड को अलग राज्य का दर्जा वर्ष 1992 में मिल जाता. झारखंडियों का सपना आठ वर्ष पहले पूरा हो जाता. अब झामुमो अलग राज्य पर आदिवासियों को बरगला रहा है. उक्त बातें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह पश्चिमी […]
झामुमो ने अगर संसद में आदिवासियों को कांग्रेसियों के हाथों चार करोड़ में नहीं बेचा होता, तो झारखंड को अलग राज्य का दर्जा वर्ष 1992 में मिल जाता. झारखंडियों का सपना आठ वर्ष पहले पूरा हो जाता. अब झामुमो अलग राज्य पर आदिवासियों को बरगला रहा है. उक्त बातें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह पश्चिमी सिंहभूम सांसद लक्ष्मण गिलुवा ने कहीं. वे सोमवार को चाईबासा गांधी मैदान में भाजपा सरकार के चार साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित अभिनंदन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे. श्री गिलुवा ने कहा कि झामुमो और कांग्रेस शुरू से वंशवाद व परिवारवाद की राजनीति करते रहे हैं.