गैंगरेप के आरोपी एरिया कमांडर और सदस्य को पीएलएफआइ ने निकाला, जीदन गुड़िया ने कहा, संगठन का कोई हाथ नहीं

बंदगांव : प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ ने कोचांग गैंगरेप में अपनी संलिप्तता से इनकार करते हुए मामले में आरोपी बनाये गये अपने एरिया कमांडर समेत दो सदस्यों को संगठन से निष्कासित कर दिया है. यह जानकारी संगठन के पूर्वी छोटानागपुर जोन की विजेन कमेटी की ओर से जीदन गुड़िया ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 27, 2018 5:34 AM
बंदगांव : प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ ने कोचांग गैंगरेप में अपनी संलिप्तता से इनकार करते हुए मामले में आरोपी बनाये गये अपने एरिया कमांडर समेत दो सदस्यों को संगठन से निष्कासित कर दिया है.
यह जानकारी संगठन के पूर्वी छोटानागपुर जोन की विजेन कमेटी की ओर से जीदन गुड़िया ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी है. विज्ञप्ति में कहा गया कि ‘कोचांग गांव में हुई घटना से पीएलएफआइ का कोई लेना-देना नहीं है, संगठन इससे साफ इनकार करता है. जब तक ऊपर की कमेटी जांच नहीं करती है, तब तक के लिए एरिया कमांडर बाजी समद उर्फ टकला एवं नोएल पूर्ति को संगठन से निष्कासित किया गया है.’
पूरे प्रकरण को बदनाम करने की साजिश बताया
प्रेस विज्ञप्ति में पीएलएफआइ ने स्वीकार किया है कि कोचांग क्षेत्र में दोनों प्रतिबंधित संगठन पीएलएफआइ एवं माओवादी एक दूसरे को बदनाम करने के लिए हमेशा कुछ भी दोषारोपण करते हैं.
संगठन का कहना है कि ‘ पीएलएफआइ एक सामाजिक संगठन है. हमेशा जुल्म, शोषण और अत्याचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है. किसी की बेटी-बहन की इज्जत-आबरू के साथ खेल नहीं सकता है. जो दोषी है, उसे ढूंढ़कर निकाला जायेगा. संगठन जनता के साथ है.
ऐसे लोगों को सूली पर चढ़ाने को तैयार
जीदन गुड़िया ने कहा है, ‘इस गैंगरेप की घटना को हमारे साथियों ने अंजाम दिया है, तो मेडिकल टेस्ट में जरूर साबित होगा. जहां तक वीडियो का सवाल है, तो उसे आम जन के बीच सार्वजनिक किया जाये. ऐसे लोगों को संगठन भी सूली पर चढ़ाने को तैयार है.’ इस तरह का काम करनेवालों को संगठन माफ नहीं करता है. उन्हें सजा दी जाती है.

Next Article

Exit mobile version