चांडिल : चोका थाना क्षेत्र के घाटदुलमी निवासी पूर्व नक्सली रामबिलास लोहरा उर्फ विकास को गुरुवार कि शाम करीब पांच बजे एक बाइक पर सवार दो नकाबपोश हमलावरों ने चार गोली मार कर हत्या कर दी. हमलावर गोली मारने के बाद बाइ से ही फरार हो गये. जबकि, पूर्व नक्सली रामबिलास लोहरा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया. मिली जानकारी के अनुसार चैका थाना क्षेत्र के खुंटी में मुर्गा पाड़ा, फुटबॉल व छापल सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था.
उस सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नक्सली से समाजसेवी बने राम बिलास लोहर को मुख्य अतिथ के रूप में बुलाया गया था. गुरुवार कि शाम करीब पांच बजे राम बिलास लोहरा अपने बोलेरो गाड़ी चालक दिलीप भुईंया के साथ मेला में पहुंचे. मेला में भीड़ होने के कारण गाड़ी को मेला के मुख्य स्टेज से करीब 200 फीट दूर खड़ी कर वे मेला में भाग लेने चले गये.
स्टेज पर पहुंचकर फुटबॉल प्रतियोगिता में भाषण देने के बाद विजेता टीम को उन्होंने ही पुरस्कृत किया गया. पुरस्कार वितरण के बाद राम बिलास लोहरा अपने चालक के साथ मेला स्थल से निकल गये. रामबिलास लोहरा का चालक आगे-आगे चल रहा था और राम बिलास पीछे थे. तभी पीछे एक बाइक पर दो नकाबपोश युवर आये और रामबिलास लोहरा के पेट पर पहली गोली मारा दी.
जिसके बाद रामबिलास लोहरा भागने का प्रयास करने लगे. लेकिन उसी वक्त दूसरी गोली छाती, तीसरी गोली गले और चैथी गोली कनपट्टी पर मारी गयी. जिससे घटनास्थल पर ही रामबिलास लोहरा की मौत हो गयी. गोली चलने के बाद मेला में भगदड़ सा मच गया. तभी मौके पर पहुंचे रामबिलास के समर्थक व ग्रामीणों ने उन्हीं के बोलेरो से टीएमएच ले गये. जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत्य घोषित कर दिया.
मालूम हो कि पूर्व नक्सली वर्ष 2014 में हुए विधान सभा चुनाव में बहुजन समाजवादी पार्टी के टीकट पर जेल से ही चुनाव लड़े थे. 2015 दिसंबर माह में बेल पर रिहा होने के बाद दिन रात समाज हित के कार्य में लगे हुए थे. इस साल होने वाली विधान सभा चुनाव का तैयारी कर रहे थे. ईचागढ़ विधान सभा से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रखी थी. पूर्व नक्सली रामबिलास लोहरा बुंडू जोन का जोनल कमांडर रह चुके थे. तत्कालीन थाना प्रभारी राम अवध सिंह ने जमशेदपुर के सोनारी से रामबिलास लोहरा को वर्ष 2011 में गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
सीआरपीएफ कमांडेट हत्याकांड में था आरोपी
2009 में पूर्व नक्सली रामबिलास लोहरा का नाम चोका थाना क्षेत्र के महादेवबेड़ा में पुल के नीचे बम रखकर सीआपीएफ कमांडेट चन्द्रप्रकाश रेड्डी को मारने का मुख्य आरोपी का मामला दर्ज था. उसी मामले में राम बिलास लोहरा जेल भी जा चुका था. चोका के नये थाना प्रभारी के रूप में रतन कुमार सिंह ने गुरुवार को थाना में योगदान दिया है. जिसके बाद करीब तीन घंटे बाद गोली बारी की घटना में पूर्व नक्सली रामबिलास लोहरा की हत्या कर दी गयी.