नाबालिग जहां चाहे, वहीं पुलिस बिना वर्दी जाकर पूछताछ करेगी
चाईबासा : जिला पुलिस के पदाधिकारियों को बुधवार को पुलिस लाइन में आयोजित विशेष प्रशिक्षण शिविर में बाल कानून के बारे में जानकारी दी गयी. बाल कानून के प्रावधान, पुलिस की भूमिका, मीडिया की भूमिका, मेडिकल की भूमिका आदि के बारे में बताया गया. नाबालिग से संबंधित मामलों में बताया गया पुलिस को वर्दी में […]
चाईबासा : जिला पुलिस के पदाधिकारियों को बुधवार को पुलिस लाइन में आयोजित विशेष प्रशिक्षण शिविर में बाल कानून के बारे में जानकारी दी गयी. बाल कानून के प्रावधान, पुलिस की भूमिका, मीडिया की भूमिका, मेडिकल की भूमिका आदि के बारे में बताया गया. नाबालिग से संबंधित मामलों में बताया गया पुलिस को वर्दी में उसके पास नहीं जाना है.
नाबालिग को थाना में लेकर नहीं आना है. नाबालिग जहां चाहे वहीं पुलिस बिना वर्दी में जाकर पूछताछ करेगी. रात में तो नाबालिग को बिलकुल भी थाने में नहीं रखना है. नाबालिग से पूछताछ के दौरान बहुत सख्ती नहीं बरतनी है. किसी भी मामले में नाबालिग को यदि पकड़ा जाता है, तो उसका नाम और पहचान सार्वजनिक नहीं करना है. इसके लिये मीडिया को खासतौर सावधानी बरतने की बात कही. बाल सुधार गृह में नाबालिग से अपराधियों जैसा व्यवहार नहीं करना है.
ट्रैफिकिंग मामले में राज्य सरकार जल्द स्टेट एक्शन प्लान घोषित करेगी. क्योंकि झारखंड सबसे ज्यादा ट्रैफिकिंग के मामले हैं. अधिकारियों के बीच समन्वय बना बच्चों को वापस लाने का प्रयास करना होगा. भारतीय किसान संघ के परियोजना प्रबंधक प्रमोद कुमार वर्मा व झारखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य संजय कुमार मिश्र ने जानकारी दी. मौके पर डीआइजी मो. नेहाल, एसपी नरेंद्र कुमार सिंह, डीएसपी (मुख्यालय) प्रमोद सिन्हा, रश्मी बिरूवा, अनिमा बाड़ा, मेघाली समेत विभिन्न थानों के प्रभारी एवं पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे.