profilePicture

गर्भवती को किया गया रेफर एंबुलेंस में जना स्वस्थ बच्चा

डॉक्टर पर पैसे मांगने का आरोपप्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीEarthquake: क्यों कांप रही हमारी धरती, ऐसा क्या राज दफन है कई किलोमीटर नीचेपीएम मोदी YouTube से करते हैं करोड़ों की कमाई, एक वीडियो से हुई 10780560 रुपये की आमदनीNepal Violence : क्या 17 साल में 10 प्रधानमंत्री से त्रस्त नेपाल में होगी राजशाही की वापसी? […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 29, 2019 1:56 AM

डॉक्टर पर पैसे मांगने का आरोप

महिला समिति सदस्यों ने उपायुक्त से की शिकायत
हाटगम्हरिया प्रखंड के कोटारीचारा गांव की रहने वाली है पीड़िता
जैंतगढ़ : चंपुआ अनुमंडल अस्पताल में पदस्थापित एसडीएमओ सह गायनेकोलॉजिस्ट डॉ़ करणराम महंतो ने प्रसव पीड़ा से तड़पती गर्भवती को ऑपरेशन का हवाला देकर जबरन रेफर कर दिया. इसके बाद हाटगम्हरिया निवासी सोनाराम गोप की पत्नी देवकी ने एंबुलेंस में ही सामान्य रूप से स्वस्थ पुत्र को जन्म दिया. जच्चा-बच्चा को करंजिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को स्वस्थ
बताया है.
मामले में महिला समिति सदस्यों ने सब-कलेक्टर के माध्यम से उपायुक्त से डॉक्टर की शिकायत की है. डॉक्टर ने अपने ऊपर लगे आरोप के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. घटना बुधवार दोपहर करीब 12.30 बजे की है.
ऑपरेशन का हवाला देकर डॉक्टर ने मांगा पैसा :
हाटगम्हरिया के कोटारीचारा निवासी सोनाराम गोप ने बताया कि उसने बुधवार को अपनी गर्भवती पत्नी को चंपुआ अनुमंडल अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती कराया. अस्पताल में पदस्थापित डॉ करणराम महंतो ने थोड़ी देर प्रयास करने के बाद कहा कि सामान्य प्रसव नहीं हो सकता, सर्जरी करनी होगी. सोनाराम ने बताया उसने डॉक्टर से नॉर्मल प्रसव कराने का आग्रह किया तो उन्होंने ऑपरेशन के लिए पैसे की मांग की. इस पर उन्होंने पैसे जुगाड़ करने का समय मांगा तो डॉक्टर ने जबरन गर्भवती को क्योंझर रेफर कर दिया. लेकिन सोनाराम पत्नी को एंबुलेंस से लेकर करंजिया अस्पताल के लिए चल पड़ा. इसी बची गर्भवती की प्रसव पीड़ा तेज हो गई और देवकी ने एंबुलेंस में ही एक पुत्र को जन्म दिया. जच्चा-बच्चा को करंजिया अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को स्वस्थ्य बताया.
पूछताछ करने पर महिला समिति सदस्यों पर भड़के डॉक्टर :
इस संबंध में चंपुआ के साईनाथ को-ऑपरेटिव सोसाइटी की महिला सदस्यों ने एसडीएमओ से पूछा कि जब नॉर्मल प्रसव की स्थिति थी तो आपने ऐसा क्यों किया. इस पर डॉक्टर भड़क गए और महिला समितियों से बकझक करने लगे. इसके बाद महिला समिति सदस्यों ने सब-कलेक्टर पारुल पटवारी से मिलकर डॉक्टर की शिकायत की. मामले की गंभीरता को देखते हुए सब-कलेक्टर ने उपायुक्त को घटना की जानकारी देते हुए उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया.

Next Article

Exit mobile version