40 से ज्यादा घरों के छप्पर उड़े, चाईबासा में 16 घंटे बिजली गुल, किसानों की चिंता बढ़ी
चाईबासा : बीते दो दिनों से शाम व रात में आ रही आंधी-बारिश ने बिजली विभाग के दावों के पोल खोल दी है. पश्चिम सिंहभूम जिले के कई हिस्सों में आयी आंधी-तूफान से काफी क्षति पहुंची है. इसमें जिले के 40 से अधिक घरों के छप्पर उड़ गये. रविवार शाम से रात तक आंधी-पानी लोगों […]
चाईबासा : बीते दो दिनों से शाम व रात में आ रही आंधी-बारिश ने बिजली विभाग के दावों के पोल खोल दी है. पश्चिम सिंहभूम जिले के कई हिस्सों में आयी आंधी-तूफान से काफी क्षति पहुंची है. इसमें जिले के 40 से अधिक घरों के छप्पर उड़ गये. रविवार शाम से रात तक आंधी-पानी लोगों के लिए आफत बनी रही. तेज हवाओं के साथ रूक-रूक कर मूसलाधार बारिश होती रही. आंधी-तूफान के कारण रविवार की शाम कटी बिजली सोमवार की सुबह 11 बजे करीब 16 घंटे बाद लौटी. इससे रातभर लोग परेशान रहे.
घरों की छतें उड़ीं, खुले आसमान के नीचे कटी रात
रविवार की रातभर चले आंधी के कारण कई घरों की छत (टिन, एस्बेस्टस व प्लास्टिक) उड़ गयी. इसके कारण कई लोगों को नुकसान उठाना पड़ा है. लोगों को खुले आकाश के नीचे रात गुजराना पड़ा. हालांकि घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
रबी की फसलों को क्षति
रविवार को हुई जोरदार बारिश ने खेतों में खड़ी रबी फसलों को क्षति पहुंचायी है. गेहूं, जौ, चना, मटर व अन्य दलहन-तिलहन फसलें लगभग पककर तैयार हैं. किसान इनकी कटाई व मड़ाई शुरू कर चुके हैं. ऐसे में पिछले कुछ दिनों से रोजाना शाम को आंधी के साथ होने वाली बारिश ने रबी के फसलों को नुकसान पहुंचाया है. बे मौसम बरसात ने रबी के फसलों को काफी प्रभावित किया है. आगे अगर आंधी-पानी होती रही, तो स्थिति और चिंताजनक हो सकती है.
कई जगह हुआ वज्रपात
रविवार को कई जगह वज्रपात होने की सूचना है. हालांकि किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है. हालांकि दो दिन पहले आंधी बारिश के समय हुए वज्रपात में मुफस्सिल थाना क्षेत्र की एक महिला की मौत हो गयी थी.