गांव में 10 वर्षों से पड़े हैं खंभे, तार खींचने व बिजली आने का इंतजार
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आज भी लालटेन की रोशनी में पढ़ने को विवश हैं बच्चे
विरोध पर बिल आना बंद हो गया, लेकिन नहीं पहुंची बिजली
जगन्नाथपुर : जगन्नाथपुर प्रखंड की तोड़ागहातु पंचायत के माटासाई टोला में आज भी बिजली नहीं पहुंची हैं. इन गांवों में शाम होते ही सन्नाटा पसर जाता है. लोग अपने घरों में दुबक जाते हैं. गांव में बिजली के खंभे लगे हैं, लेकिन बिजली नहीं पहुंची है. पिछले 10 सालों से गांव के लोग बिजली के खंभों पर तार लगने का इंतजार कर रहे हैं. आस-पास के इलाके में इस गांव को ‘बिना बिजली वाले खंभों का गांव’ के नाम से कहते हैं. गांव से जगन्नाथपुर मुख्यालय महज 8 किलोमीटर दूर है. बच्चे आज भी लालटेन की रोशनी में पढ़ने को विवश हैं.
बिजली नहीं थी, लेकिन आठ माह तक आता रहा बिल : गांव के रंजीत कुमार गोप, विशु लागुरी, बिनुसिंह लागुरी, गंगाधर लागुरी, मोरा लागुरी, जेना लागुरी और रोया दिग्गी ने बताया कि 11 नवंबर 2015 में विभाग ने पहली बार 1080 रुपये का बिजली बिल भेजा. वहीं दूसरी बार 26 दिसंबर 2016 को 1216 रुपये और तीसरी बार 10 जनवरी 2016 को 1354 रुपये का बिल भेजा गया. ग्रामीणों ने कार्यपालक अभियंता को ज्ञापन सौंपकर सुधार लाने का अनुरोध किया था. लगातार ग्रामीणों के नाम से बिजली बिल आना जारी था. आठ माह बाद विभाग के एसडीओ ने बिल रोक दिया, लेकिन बिजली नहीं आयी.
गांव में कुल 35 मकान, आबादी 150 : मालूम हो कि तोड़ागहातु पंचायत के माटासाई गांव में कुल 35 मकान है. यहां की आबादी करीब 150 है. इसमें लोगों ने प्रति व्यक्ति आठ-आठ सौ रुपये जमाकर बिजली देने के मांग की थी. विभाग ने महज पोल गाड़ कर छोड़ दिया गया. यह आज तक बिजली पंहुचाने का कार्य पूरे नहीं हुए.