‘बीड़ी’ से जलते हैं दोपाई के 300 घरों में चूल्हे

दिनभर में 800 बीड़ी बनाने पर मिलते हैं 50 रुपये परिवार का पेट भरने को धंधे में लग जाते हैं सात वर्ष में बच्चे इस महंगाई में 50 रुपये प्रतिदिन की कमाई सेजीना मुश्किल चाईबासा : पश्चिम सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा से महज 12 किलोमीटर दूर खूंटी संसदीय क्षेत्र अंतर्गत खूंटपानी प्रखंड के दोपाई गांव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 30, 2019 1:56 AM

दिनभर में 800 बीड़ी बनाने पर मिलते हैं 50 रुपये

परिवार का पेट भरने को धंधे में लग जाते हैं सात वर्ष में बच्चे
इस महंगाई में 50 रुपये प्रतिदिन की कमाई सेजीना मुश्किल
चाईबासा : पश्चिम सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा से महज 12 किलोमीटर दूर खूंटी संसदीय क्षेत्र अंतर्गत खूंटपानी प्रखंड के दोपाई गांव के लोग आज भी बीड़ी बनाकर अपना गुजारा करते हैं. यहां घर-घर में हर सदस्य सुबह से बीड़ी बनाने में जुट जाता है. दिनभर में 800 बीड़ी बनाने पर 50 रुपये की आमदनी होती है.
यहां के करीब 300 परिवार के एक हजार लोग इस धंधे से जुड़े हैं. यहां के लोग कई पीढ़ियों से इसी धंधे से जुड़े हैं. गांव के बच्चे सात साल की उम्र से लग जाते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि दिनभर में 50 रुपये कमाई हो पाती है. ऐसे में घर परिवार चलाना मुश्किल है.
गांव में तीन माह से बिजली नहीं, त्राहिमाम
दोपाई गांव में विगत तीन माह से अंधेरा है. शिकायत के बावजूद अब तक ट्रांसफॉर्मर ठीक नहीं हो पाया है. भीषण गर्मी में लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. यहां पीने का पानी भी एक बड़ी समस्या है.

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