डायन के शक में वृद्धा की हत्या, 22 दिन बाद जंगल से शव बरामद

ओड़िशा के जोड़ा से गांव लौट रही थी, रास्ते से हो गयी थी गायब चाईबासा : कुमारडुंगी थाना अंतर्गत कोकरकटा गांव में डायन के शक में मानी हेंब्रम (60) की हत्या कर दी गयी. हत्या के 22 दिन बाद 8 सितंबर को गोलमाय लोंगर (जंगल) से शव बरामद किया गया. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 10, 2019 2:12 AM

ओड़िशा के जोड़ा से गांव लौट रही थी, रास्ते से हो गयी थी गायब

चाईबासा : कुमारडुंगी थाना अंतर्गत कोकरकटा गांव में डायन के शक में मानी हेंब्रम (60) की हत्या कर दी गयी. हत्या के 22 दिन बाद 8 सितंबर को गोलमाय लोंगर (जंगल) से शव बरामद किया गया. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. यहां से शव को एमजीएम (जमशेदपुर) भेज दिया गया. जानकारी के मुताबिक, वृद्धा के दो बेटे बबलू हेंब्रम और प्रधान हेंब्रम हैं.
दोनों ओड़िशा के जोड़ा में वाहन चालक हैं. वह अपने बड़े बेटे बबलू हेंब्रम की बेटी कुंती हेंब्रम के साथ रहती थीं. बबलू ने बताया, उसकी मां 13 अगस्त को जोड़ा गयी थी. वहां दो दिन रही. 16 अगस्त को गांव जाने के लिए बस में बैठा दिया था. शाम करीब 5 बजे उसकी मां गांव के पास राइसा बाजार में बस से उतरी. सामानों को घर तक पहुंचाने के लिए उसने अपनी पोती कुंती को बुला रखा था. बाजार से पोती सामानों को लेकर आगे-आगे चल रही थी. उसकी मां पीछे-पीछे पैदल ही घर जा रही थी.
रास्ते में जगन्नाथ तालाब के पास से वह गायब हो गयी. उसकी पोती घर पहुंच गयी. रात होने पर उसने दादी की खोजबीन नहीं की. उसने सोचा की उसकी दादी अपने किसी रिश्तेदार के घर चली गयी होगी. 28 अगस्त को बबलू के ममेरे भाई मंझारी के सोनापोस निवासी नारायण ने जानकारी दी कि मानी कुछ दिनों से घर में नहीं हैं. इसके बाद उनकी खोजबीन शुरू की गयी. लेकिन पता नहीं चला. 8 सितंबर को गांव के पांच-छह लड़के जंगल की ओर गये, तो गोलमाय लोंगर के पास उनका शव मिला, जिसकी पहचान मानी हेंब्रम के रूप में की गयी.

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