शीन अनवर
कुल वोटर
180907
पुरुष वोटर
90481
महिला वोटर
90443
चक्रधरपुर : चक्रधरपुर विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. चक्रधरपुर ने कई कद्दावर आदिवासी नेता दिये हैं. वर्तमान विधायक शशिभूषण सामड़ का टिकट पार्टी (झामुमो) ने काट दिया. उनके स्थान पर 2005 के विधायक सुखराम उरांव को प्रत्याशी बनाया है. इनके सामने एक बार फिर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा आ गये हैं. प्रारंभ के दो चुनाव में यह सीट आंदोलनकारियों का नेतृत्व करनेवाले दल झारखंड पार्टी के कब्जे में रही. सुखदेव माझी 1952 में पहले विधायक बने थे.
1957 में सुखदेव माझी चाईबासा से चुनाव लड़े और विधायक बने. चक्रधरपुर में हरिचरण सोय को झारखंड पार्टी का प्रत्याशी बनाया गया. दोनों सीटों पर झारखंड पार्टी को जीत मिली. 1952 के चुनाव में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सह झारखंड के प्रथम आदिवासी आइएएस जेबी तुबिद के पिता सोमा चरण तुबिद दूसरे स्थान पर रहे थे.
1962 में इस सीट को अनारक्षित किया गया. इसमें भाजपा के भीष्म पितामह कहे जाने वाले रुद्र प्रताप षाड़ंगी विधायक चुने गये. 1980 से 2014 तक इस सीट पर झामुमो व भाजपा के प्रत्याशी एक-एक टर्म जीतते रहे. केवल 1995 व 2000 में लगातार भाजपा ने दो जीत हासिल की.
रिकॉर्ड काम कराया हूं : शशि
पिछले 20 सालों में इतने काम नहीं हुए थे, जितने पांच सालों में कर दिखाया. 22 किमी लंबी बांझीकुसुम-झरझरा-टोकलो सड़क समेत सैकड़ों संपर्क सड़कों का निर्माण कराया.
सीकेपी को जिला बनायेंगे : नौमी
नौमी उरांव ने कहा कि हमारी सरकार बनती है, तो चक्रधरपुर को जिला और कराइकेला व टोकलो को अलग प्रखंड बनाया जायेगा. चक्रधरपुर नगर, प्रखंड एवं बंदगांव प्रखंड में जलापूर्ति योजना शुरू होगी.
पिछले तीन चुनाव का रिकाॅर्ड
2005
जीते : सुखराम उरांव, झामुमो
प्राप्त मत : 41807
हारे : लक्षमण गिलुवा, भाजपा
प्राप्त मत : 21835
तीसरे स्थान : दशरथ गगराई, आजसू
प्राप्त मत : 4156
2009
जीते : लक्ष्मण गिलुवा, भाजपा
प्राप्त मत : 26984
हारे : सुखराम उरांव, झामुमो
प्राप्त मत : 26692
तीसरे स्थान : सुखदेव हेम्ब्रम, कांग्रेस
प्राप्त मत : 12191
2014
जीते : शशि भूषण सामड़, झामुमो
प्राप्त मत : 64396
हारे : नवमी उरांव, भाजपा
प्राप्त मत : 37948
तीसरे स्थान : विजय सिंह, कांग्रेस
प्राप्त मत : 6441
तीन महत्वपूर्ण कार्य जाे हुए
व्यवहार न्यायालय भवन बना
बांझीकुसुम टोकलो सड़क बनी
ओवरब्रिज का हुआ निर्माण
तीन महत्वपूर्ण कार्य जो नहीं हुए
चक्रधरपुर जिला नहीं बन सका
जेल भवन निर्माण अधूरा रहा
मॉडल कॉलेजकी स्थापना नहीं