नौकरी नहीं मिली तो नाकेबंदी : रैयत
चाईबासा : गुवा खादान में स्थानीय रैयतों को नौकरी नहीं देने से बिफरे गांव के मुंडाओं ने सोमवार को उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर प्रभावितों को नौकरी देने की मांग की. ऐसा नहीं करने पर आगामी पंद्रह दिनों के अंदर आर्थिक नाकाबंदी करने की घोषणा की है. मुंडाओं ने कहा कि गुआ आयरन एंड माइंस के […]
चाईबासा : गुवा खादान में स्थानीय रैयतों को नौकरी नहीं देने से बिफरे गांव के मुंडाओं ने सोमवार को उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर प्रभावितों को नौकरी देने की मांग की. ऐसा नहीं करने पर आगामी पंद्रह दिनों के अंदर आर्थिक नाकाबंदी करने की घोषणा की है.
मुंडाओं ने कहा कि गुआ आयरन एंड माइंस के लिए जमीन अधिग्रहण के समय इस्को व बिहार सरकार ने स्थानीय रैयतों, विस्थापितों तथा प्रभावितों को नौकरी देने का हलफनामा किया था. सरकार के आदेश कें बावजूद 1992, 2008 की बहाली में शर्तो का पालन नहीं किया गया.
एक बार फिर वर्तमान में हो रही बहाली में स्थानीय रैयतों की उपेक्षा हो रही है. इस बार हो रही बहाली में केवल 105 सप्लाई मजदूरों को स्थायी करने जैसी बहाली निकालकर स्थानीय रैयतों की उपेक्षा की जा रही है. मौके पर बामिया पुरती, बिरसा चाम्पिया, कानूराम देवगम, संगासुन मुंडा, दिनेश चाम्पिया, धन्नू चाम्पिया, चिंतामणि चाम्पिया, बुधराम आदि उपस्थित थे.