आवंटित होने के बाद भी नहीं ले रहे कर्मी
चक्रधरपुर : दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर रेल मंडल में भारी संख्या में रेल आवास खाली है. खाली आवासों में सुविधा का घोर अभाव है. जिस कारण रेलकर्मी आवास लेने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे है. कई वर्षो से आवास खाली पड़े रहने के कारण रेलवे को सलाना करोड़ो रुपये का किराया में नुकसान उठाना […]
चक्रधरपुर : दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर रेल मंडल में भारी संख्या में रेल आवास खाली है. खाली आवासों में सुविधा का घोर अभाव है. जिस कारण रेलकर्मी आवास लेने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे है. कई वर्षो से आवास खाली पड़े रहने के कारण रेलवे को सलाना करोड़ो रुपये का किराया में नुकसान उठाना पड़ रहा है.
जबकि लाखों रुपये बिजली एंव पानी शुल्क नहीं मिल रहा है. रेलवे के एक आंकड़े के मुताबिक चक्रधरपुर में सबसे अधिक 84 रेल आवास खाली है. जबकि झारसुगड़ा में 27, बंडामुंडा में 57, सीनी में 45, टाटा में 40 व डांगुवापोसी में 15 आवास खाली है. टाटा के 23 जजर्र आवासों को तोड़ा गया है.
इन स्थानों में नये आवास बनाने की रेलवे की योजना है. मालूम रहे कि चक्रधरपुर रेल मंडल के सर्वाधिक आवास बिट्रिश काल के है, मरम्मति के अभाव में जजर्र स्थिति में है. बावजूद रेलवे मरम्मति नहीं कर आवासों को आवंटन करने में लगी है. इन आवासों को सैकड़ों कर्मचारियों के नाम पर आवंटित किया गया था. लेकिन रहने योग्य आवास नहीं होने के कारण कोई कर्मचारी आवास लेने को तैयार नहीं है.