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नहीं हटेगा चाईबासा का मां तारा मंदिर, कोर्ट के आदेश के बाद मंदिर गिराये जाने को लेकर पुलिस-प्रशासन सुबह से ही रहा मुस्तैद
टुंगरी : कोर्ट के आदेश के बाद मंदिर गिराये जाने को लेकर पुलिस-प्रशासन सुबह से ही रहा मुस्तैद चाईबासा : टुंगरी स्थित मां तारा देवी के मंदिर पर सिविल कोर्ट के आदेश के बाद गिराये जाने का खतरा रविवार को उस समय टल गया, जब जमीन मालिक इवा घोष 40 लाख रुपये पर जमीन छोड़ने […]
टुंगरी : कोर्ट के आदेश के बाद मंदिर गिराये जाने को लेकर पुलिस-प्रशासन सुबह से ही रहा मुस्तैद
चाईबासा : टुंगरी स्थित मां तारा देवी के मंदिर पर सिविल कोर्ट के आदेश के बाद गिराये जाने का खतरा रविवार को उस समय टल गया, जब जमीन मालिक इवा घोष 40 लाख रुपये पर जमीन छोड़ने को राजी हो गयी.
उन्हें मंदिर कमेटी द्वारा पांच लाख रुपये नगद दिया गया, जबकि बाकी बचे 35 लाख रुपये शहर से चंदा कर दिये जायेंगे. दूसरी ओर मंदिर के ढांचे को गिराये जाने को लेकर पुलिस प्रशासन सुबह से ही मंदिर परिसर में तैनात हो गयी थी.
हालांकि कमेटी व जमीन मालिक इवा घोष के बीच चल रही वार्ता का इंतजार दोपहर तक दंडाधिकारी राजेश कुमार लिंडा समेत पूरी पुलिस प्रशासन को करना पड़ा. दोपहर बाद जमीन मालिक इवा घोष 40 लाख रुपये के एवज में मंदिर के लिए जमीन छोड़ने को राजी हो गयी.
क्या था मामला. जमीन मालिक इवा घोष ने 2004-05 को सिविल कोर्ट में एक शिकायत दर्ज करायी थी. इसमें उन्होंने कहा था कि जमीन को मंदिर कमेटी वालों ने जबरदस्ती अपने कब्जे में ले रखा है. मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने इवा घोष के पक्ष में फैसला सुनाया और कोर्ट ने रविवार को मंदिर गिराने का आदेश दे दिया.
इवा को मनाने में जुटे रहे लोग. जमीन मालिक इवा घोष को मनाने के लिए मां तारा मंदिर कमेटी के सदस्यों के साथ शहर के गणमान्य ने दिन भर जुटे रहे. इनमें नगर पर्षद अध्यक्ष नीला नाग, चैंबर के अध्यक्ष ललित शर्मा, सचिव नितीन प्रकाश, भाजपा जिला अध्यक्ष संजू पांडे, पूर्व विधायक पुतकल हेंब्रम, अमिल जायसवाल, दिनेश यादव समेत विभिन्न लोग जुटे रहे.
हंगामा की कोशिश की गयी. मंदिर के अंदर इवा घोष के साथ नगर पर्षद नीला नाग व कमेटी की मेंबरों द्वारा वार्ता हो रही थी कि अचानक एक महिला ने अपने बालों को खोल कर जोर से चिल्लाकर हंगामा करने की कोशिश की, लेकिन वहां मौजूद महिला पुलिस ने उन्हें बाहर निकाल दिया.
दिनभर मंदिर में चला हवन. जहां एक ओर मंदिर को तोड़ने को लेकर प्रशासन तैयार थी. वहीं सुबह से ही मंदिर में शहरवासियों ने हवन पाठ करना शुरू कर दिया था. इसमें महिला पुरुष व बच्चे काफी संख्या में मौजूद थे.
किसी अनहोनी को लेकर रात एक बजे से ही सक्रिय थी पुलिस
विवादित जमीन को लेकर पुलिस प्रशासन ने मां तारा मंदिर रात एक बजे ही पहुंच गयी थी. कोई अनहोनी ना हो इसको लेकर प्रशासन ने करीब दो सौ जवानों को तैनात कर दिया था.
कमेटी और जमीन मालिक की वार्ता के बाद अंतिम निर्णय 40 लाख पर बनी, जिसके लिए एग्रिमेंट किया गया. फिलहाल मंदिर को नहीं तोड़ा जायेगा.
असीम किसपोट्टा, अनुमंडलाधिकारी, सदर चाईबासा
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