जेएलएन कॉलेज का मुख्य मार्ग 38 से रह गया 23 फीट

चक्रधरपुर : ऐतिहासिक रानी तालाब को गंदगी व अतिक्रमण मुक्त करने को लेकर एसडीओ द्वारा निर्देश दिया गया था. इसके बाद अंचल कार्यालय व नगर पर्षद द्वारा तालाब की मापी जोर-शोर से की जा रही है. इधर तालाब को शहर की गंदगी से मुक्त कराने के लिए नालियों का रूट बदलने का कार्य तेजी से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 19, 2015 1:50 AM
चक्रधरपुर : ऐतिहासिक रानी तालाब को गंदगी व अतिक्रमण मुक्त करने को लेकर एसडीओ द्वारा निर्देश दिया गया था. इसके बाद अंचल कार्यालय व नगर पर्षद द्वारा तालाब की मापी जोर-शोर से की जा रही है. इधर तालाब को शहर की गंदगी से मुक्त कराने के लिए नालियों का रूट बदलने का कार्य तेजी से चल रहा है. इधर जग्गू दीवान के समीप एक कलवर्ट का निर्माण कर गंदगी को तालाब में नहीं गिरा कर तालाब के आउटलेट में गिराया जा रहा है. इस पर विवाद उठने लगा है.
विवाद के कारण वार्ड संख्या दो व चार पुरानी बस्ती स्थित पुरानी नाली से ही वार्ड संख्या दो के गंदे पानी की निकासी की जायेगी. इसे लेकर सीओ नीतू कुमारी के आदेश पर बुधवार को अंचल अमीन ब्रrादत्त आर्या द्वारा वार्ड संख्या चार दंदासाई में हुए अतिक्रमण की मापी की गयी. इसमें पाया गया कि जेएलएन कॉलेज के मुख्य मार्ग पूर्व में 38 फीट चौड़ा था, परंतु अतिक्रमणकारियों ने अतिक्रमण कर उसे 23 फीट कर दिया. ज्ञात हो कि पूर्व में नाली का गंदा पानी राजबाड़ी रोड स्थित नाली से होते हुए बहता था.
अतिक्रमण मुक्ति के लिए कॉलेज ने लिखा अनुमंडल पदाधिकारी को पत्र. जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो नागेश्वर प्रधान ने कॉलेज को अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराने को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा कि कॉलेज पिछले कई सालों से अतिक्रमणकारियों क ी चपेट में है. इस कारण एकमात्र अनुमंडल अंगीभूत महाविद्यालय का निर्माण कार्य बाधित हो रहा है. कॉलेज की प्लॉट संख्या 39, 64, 67, 40, 63/246 एवं खाता संख्या 81, 108 है. उन्होंने कॉलेज अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए एसडीओ से अपील की है.

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