योजना पूरी नहीं हुई, तो करोड़ों हो जायेंगे सरेंडर
जमशेदपुर/चाईबासा कोल्हान विश्वविद्यालय के अधीन दो मॉडल कॉलेज और एक महिला कॉलेज की स्थापना, कॉलेजों की लाइब्रेरी व लैब के विकास आदि मद में राज्य सरकार से आवंटित करीब चार करोड़ रुपये का उपयोग मौजूदा वित्तीय वर्ष में नहीं हो सका है. हालांकि इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से आवश्यक कदम उठाये गये हैं. लेकिन […]
जमशेदपुर/चाईबासा
कोल्हान विश्वविद्यालय के अधीन दो मॉडल कॉलेज और एक महिला कॉलेज की स्थापना, कॉलेजों की लाइब्रेरी व लैब के विकास आदि मद में राज्य सरकार से आवंटित करीब चार करोड़ रुपये का उपयोग मौजूदा वित्तीय वर्ष में नहीं हो सका है. हालांकि इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से आवश्यक कदम उठाये गये हैं.
लेकिन इस महीने में योजनाएं पूरी नहीं हो सकी, तो योजना मद की राशि विश्वविद्यालय को सरेंडर करनी पड़ सकती है. पिछले 27 नवंबर को राज्य मानव संसाधन विकास विभाग (एचआरडी) में राज्य के पांचों विश्वविद्यालयों के अधिकारियों की बैठक हुई थी, जिसमें कुलपति डॉ आरपीपी सिंह के कहने पर विभाग ने कोल्हान विश्वविद्यालय को मार्च 2015 तक का समय दिया था. मार्च 2015 यानी इस महीने के अंत तक योजनाओं को पूरा किया जाना है.
डिस्टेंस एजुकेशन इसी वर्ष
कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आरपीपी सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय में डिस्टेंस एजुकेशन इसी वर्ष आरंभ किया जाना है. इसकी तैयारी चल रही है. चूंकि पूर्व में प्राप्त आवंटन का उपयोग नहीं हो सका है, इस कारण मौजूदा वित्तीय वर्ष में इस मद में आवंटन प्राप्त नहीं हो सका.