सपानी के इलाज के लिए कल्याण विभाग ने दिये दस हजार

चाईबासा : नोवामुंडी थाना अंतर्गत पुरती दिघिया गांव निवासी सपानी के बेहतर इलाज के लिए सहयोग को हाथ बढ़ने लगे है. पहली पहल जिला प्रशासन ने की है. जिला कल्याण विभाग ने सपानी के इलाज के सहयोग के लिए तत्काल दस हजार रुपये दिया है. सपानी के साथ किये गये अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 15, 2015 12:26 AM
चाईबासा : नोवामुंडी थाना अंतर्गत पुरती दिघिया गांव निवासी सपानी के बेहतर इलाज के लिए सहयोग को हाथ बढ़ने लगे है. पहली पहल जिला प्रशासन ने की है. जिला कल्याण विभाग ने सपानी के इलाज के सहयोग के लिए तत्काल दस हजार रुपये दिया है.
सपानी के साथ किये गये अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने वाली शक्ति रूपा महिला समिति की अध्यक्ष प्रमिला पात्रो के नेतृत्व में दर्जनों महिलाओं ने शनिवार को जिला कल्याण पदाधिकारी व एडीसी से मुलाकात कर उसके बेहतर इलाज की जरूरत बतायी.
महिला समिति ने अनुरोध किया कि बेहतर इलाज के लिए सहयोग राशि उपलब्ध करायी जाये. इसके बाद जिला कल्याण पदाधिकारी इसीदोर सोरेंग ने सदर अस्पताल में इलाजरत सपानी के बेहतर इलाज के लिए दस हजार रुपये का भुगतान किया. वहीं एडीसी ने महिला समिति को आश्वसन दिया की हर हाल में प्रशासन उनके सहयोग में खड़ा है. सपानी का बेहतर इलाज हो सके इसके लिए हर संभव मदद की जायेगी. मौके पर मुख्य रूप से पदमा गोप, नूतन गोप, तपसोनी नायक, सवदा बेहरा, मुखमनी देवी, बुदन, मुन्नी, सुलेश्वरी, दिवयती आदि महिला समिति सदस्य उपस्थित थी.
क्या है मामला
नोवामुंडी थाना अंतर्गत पूरती दिघिया निवासी सपानी पुरती को उनके पति मुन्ना पूरती ने एक माह पहले जलाकर मारने का प्रयास किया गया था. जिसके बाद उसका इलाज घर पर ही चल रहा था. इसकी सूचना मिलने पर शक्ति रूपा महिला समिति ने पहल करते हुए घटना को प्रकाश में लाया. खबर के प्रकाशन के बाद हरकत में आयी पुलिस ने सपानी को सदर अस्पताल में भरती कराया. पूरे प्रकरण में एसपी डॉ माइकल राज की अहम भूमिका रही.
मां व पति जेल में
मामला प्रकाश में आने के बाद नोवामुंडी पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक माह छह दिन बाद आरोपी पति मुन्ना पूरती व सौतेली सास बुधनी पूरती को गिरफ्तार कर जेल भेजा. घटना के बाद एक माह तक मामला दबा रहा था.

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