ममता वाहन हड़ताल पर,नवजात की मौत

चाईबासा : ममता वाहन की हड़ताल का खामियाजा आखिरकार मरीजों को भुगतना पड़ रहा है. मंगलवार को एक ऐसा ही एक मामला सामने आया, जिसमें ममता वाहन के नहीं मिलने से एक नवजात की मौत हो गयी.मिली जानकारी के अनुसार बड़बिल निवासी जाम्बी पुरती को प्रसव पीड़ा होने के बाद उसके परिजनों ने अस्पताल ले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 18, 2015 12:46 AM
चाईबासा : ममता वाहन की हड़ताल का खामियाजा आखिरकार मरीजों को भुगतना पड़ रहा है. मंगलवार को एक ऐसा ही एक मामला सामने आया, जिसमें ममता वाहन के नहीं मिलने से एक नवजात की मौत हो गयी.मिली जानकारी के अनुसार बड़बिल निवासी जाम्बी पुरती को प्रसव पीड़ा होने के बाद उसके परिजनों ने अस्पताल ले जाने के लिए ममता वाहन को फोन किया.
उन्हें बताया गया कि हड़ताल चल रही है. इस कारण ममता वाहन नहीं भेजा जा सकता. आनन-फानन में परिजनों ने दूसरे वाहन का इंतजाम किया. तब तक काफी विलंब हो चुका था. किसी तरह परिजन दूसरे वाहन से जाम्बी क्रम में प्रसव हो गया. इसमें बच्चे की मौत हो गयी. जाम्बी को अस्पताल में भरती कराया गया है. जहां उसका इलाज चल रहा है. घटना से आहत परिजनों ने बताया कि अगर समय पर ममता वाहन मिल जाता, तो नवजात की जान बचायी जा सकती थी.
सुरक्षित प्रसव में आयी गिरावट : दूसरी ओर ममता वाहन के हड़ताल के कारण दिन प्रतिदिन अस्पताल में सुरक्षित प्रसव कराने वालों की संख्या में गिरावट आयी है. प्रसव के लिए पहले प्रति दिन औसतन 60 मामले अस्पताल आते थे. लेकिन अब यह संख्या घटकर आधी तक हो गयी है.
ममता वाहन केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश पर चलता है. रेट का निर्धारण केंद्र सरकार द्वारा ही किया गया है. अभी इस संबंध में नयी गाइड लाइन आनेवाली है. उसके आने के बाद ही कुछ किया जा सकता है.
डॉ विभा शरण, सिविल सर्जन पूर्वी सिंहभूम
नये किराये को लेकर है विवाद कोल्हान में भाड़े को लेकर ममता वाहन का परिचालन पिछले दिनों से बंद है. पूर्वी सिंहभूम ममता वाहन बेरोजगार संचालक संघ के अध्यक्ष निमाई गोराई ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को घर से लाने व ले जाने के लिए पहले 300 रुपये छह किलोमीटर व उससे ज्यादा होने पर 9 रुपये प्रति किलो मीटर डीजल के साथ दिया जाता था. लेकिन सरकार की ओर से अब इसे घटा कर लाने व ले जाने के लिए 500 रुपये कर दिया गया है , जो काफी कम है. किराये की रकम बढ़ाने की मांग को लेकर ममता वाहन को बंद कर दिया गया है. जब तक मांग पूरी नहीं होती है, तब तक परिचालन बंद रहेगा.

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