खदान नहीं खुले, तो नाकेबंदी

चाईबासा : बड़ाजामदा व उसके आसपास पिछले एक वर्ष से खदान बंद होने के कारण यहां बेरोजगारी बढ़ गयी है. लोग गांव छोड़ कर अन्य प्रदेश में काम की तलाश में पलायन करने को मजबूर है. सरकार की ओर से पूरे मुद्दे को नजरअंदाज करने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है. गरीब परिवार दो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 28, 2015 7:02 AM
चाईबासा : बड़ाजामदा व उसके आसपास पिछले एक वर्ष से खदान बंद होने के कारण यहां बेरोजगारी बढ़ गयी है. लोग गांव छोड़ कर अन्य प्रदेश में काम की तलाश में पलायन करने को मजबूर है. सरकार की ओर से पूरे मुद्दे को नजरअंदाज करने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है.
गरीब परिवार दो वक्त की रोटी के लिए तरस रहे है. यह बातें सोमवार को जनप्रतिनिधियों ने उपायुक्त अबु बक्कर सिद्दीख पी से मुलाकात कर बतायी. उन्हें खदानों को खोलने संबंधित एक मांग पत्र सौंपा. पत्र में प्रशासन का आगाह किया गया है कि सरकार यदि 15 दिन के भीतर खदान नहीं खोलती है तो मजदूर सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे. पूरे जिले की आर्थिक नाकेबंदी कर दी जायेगी.
जनप्रतिनिधियों का कहना था कि स्थिर सरकार भी कोई कड़ा फैसला नहीं ले पा रही है. मौके पर जिला परिषद सदस्य देवकी कुमार, लक्ष्मी सुरेन, नोवामुंडी की प्रमुख जिरन सिंकू, मुखिया पार्वती किंड़ो आदि उपस्थित थी.
श्रमिक युवा संघ मनायेगा मजदूर दिवस
चाईबासा. कोल्हान श्रमिक युवा संघ आदिवासी क्ल्याण केंद्र मेघाहातुबुरू में एक मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनायेगा. संघ के अध्यक्ष आशीष कुदादा ने बताया कि कार्यक्रम में सभी सदस्य, सेल के स्थायी मजदूर, सप्लाई मजदूर, ठेका मजदूर, असंगठित मजदूर शामिल होंगे.
सेल में स्थानीय को मिले नौकरी : गागराई
चाईबासा. कोल्हान श्रमिक युवा संघ के केंद्रीय संरक्षक लक्ष्मी नारायण गागराई ने सेल के किरीबुरू, मेघाहातुबुरू, गुवा लौह अयस्क खदानों के खलासी पदों पर स्थानीय बेरोजगारों को नौकरी देने की मांग की है. उन्होंने एसटी, एससी, ओबीसी व जनरल सीटों पर भी पश्चिम सिंहभूम जिले के अभ्यार्थियों को प्राथमिकता देने की बात कही है. तीनों खदानों के प्रबंधकों को लिखे पत्र में समता जजमेंट का हवाला देते हुए तीन माह के भीतर प्रभावित क्षेत्रों में सभी सुविधा मुहैया कराने को कहा है. मांग नहीं पूरा होने पर चक्का जाम की चेतावनी भी दी है.

Next Article

Exit mobile version