इलाज के लिए सूरजमनी को जमीन रखनी पड़ी बंधक

चाईबासा : मझगांव प्रखंड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का बुरा हाल है. डॉक्टर नहीं होने की वजह से मरीजों को छोटे-मोटे इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल आना पड़ रहा है. सोमवार को सूरज मनी तिरिया नामक एक मरीज को इलाज कराने के लिये चाईबासा आने के लिए अपनी जमीन बंधक रखनी पड़ी. क्योंकि चाईबासा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 28, 2015 7:05 AM
चाईबासा : मझगांव प्रखंड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का बुरा हाल है. डॉक्टर नहीं होने की वजह से मरीजों को छोटे-मोटे इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल आना पड़ रहा है. सोमवार को सूरज मनी तिरिया नामक एक मरीज को इलाज कराने के लिये चाईबासा आने के लिए अपनी जमीन बंधक रखनी पड़ी. क्योंकि चाईबासा आने के लिये उसके पास पैसा नहीं था.
अपनी जमीन को बंधक रखकर इस परिवार ने गाड़ी का किराया जुटाया. इस पर भी आलम यह है कि इलाज कराने से ज्यादा आने-जाने में ही पैसा खर्च हो जाता है. दूसरी ओर मंझगांव में स्वास्थ्य केंद्र रहने वाबजूद इलाज नहीं होने से लोगों में नाराजगी है. यहां तीन डॉक्टर प्रतिनियुक्त है. लेकिन समय पर कोई भी नहीं मिलता है.
मरीज को लेकर आये उर्मिला तिरिया, योगेश्वर तिरिया व पोरेश तिरिया ने कहा कि जब इलाज कराने जाते तो डॉक्टर सिर्फ खून ले लेता और उसकी रिपोर्ट तक नहीं देता है. वहां दवा भी उपलब्ध नहीं है. जिससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इसकी शिकायत कई बार सामाजिक संगठनों ने वरीय पदाधिकारियों से की है. लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ. सोमवार को अस्पताल पहुंचे मलेरिया व ज्वाइंडिस से पीड़ित सूरजमनी तिरिया का इलाज शुरू कर दियागया है.
मंझगांव स्वास्थ्य केंदों में डॉक्टरों के नहीं बैठने की काफी शिकायते मिलने के बाद रविवार को औचक जांच में गया था. लेकिन सब समान्य पाया था. आज फिर शिकायत मिली है. जिसकी जांच कर वैकल्पिक व्यवस्था की जायेगा.
डॉ जगतभूषण प्रसाद, सीएस

Next Article

Exit mobile version